Latest news
हिमालय और गंगा को बचाने के लिए संत समाज को आगे आना होगाः किशोर पुलिस की आंखों में धूल झोंककर दुष्कर्म का आरोपी मुकेश बोरा फरार 38 वें नेशनल गेम्स को लेकर मंत्री रेखा आर्य ने ली समीक्षा बैठक शहरी विकास और आवास विभाग में कनिष्ठ अभियंताओं की थी बड़ी कमीः अग्रवाल कनिष्ठ अभियंताओं की नियुक्ति होने से कार्यों में और तेजी आयेगीः महाराज सरकारी विभागों में भर्ती के मामले में रिकॉर्ड रच रही धामी सरकार मुख्यमंत्री की टेढ़ी नजर से खुल गयी उत्तराखण्ड की बंद सड़कें उत्तराखण्ड से जल्द खुलेगा कैलाश यात्रा का रास्ता राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में त्वरित होगा शिकायतों का निस्तारण गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे बड़े सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को किया जाएगा लोकार्पण
Friday, September 20, 2024
Homeराजनीतिकांग्रेस में छिड़ी अंदरूनी सियासत, हरक सिंह और हरीश रावत के बीच...

कांग्रेस में छिड़ी अंदरूनी सियासत, हरक सिंह और हरीश रावत के बीच आई हरिद्वार लोकसभा सीट

देहरादून: हरिद्वार लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस में सियासत छिड गई है I इस सीट पर हरक सिंह रावत की दावेदारी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि 2016 की बगावत की बात राज्य के लोग भूले नहीं हैं।

दरअसल, हरिद्वार लोकसभा सीट से सांसद रहे हरीश रावत पिछला चुनाव यहीं से लड़ना चाहते थे। लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें नैनीताल से चुनाव लड़ाया, जहां से वह हार गए। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में हरीश रावत की निगाहें हरिद्वार लोकसभा सीट पर लगी हैं। ऐसे में पिछले दिनों जब पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने हरिद्वार सीट से चुनाव लड़ने का शिगूफा छोड़ा तो कांग्रेस की सियासत में हलचल मच गई।

बुधवार को एक नाटकीय घटनाक्रम में हरीश रावत पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह से मिलने पहुंचे। प्रीतम के घर से बाहर निकलते ही उन्होंने मीडिया को 2016 की बगावत को लेकर बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता दुखी है। हम कैसे उसे समझाएं। 2016 एक कटुतम अध्याय है। एक कपटपूर्ण रचना के जरिये लोकतंत्र के साथ महापाप हुआ।

सरकार गिराई गई और प्रमुख सूत्रधार कौन-कौन लोग थे, किस-किस तरीके की चीजें थी। वह सबको मालूम है। 10 साल से कार्यकर्ता सत्ता से बाहर हैं। अब कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए भी काम करना पड़ेगा। उसके लिए भी कांग्रेस सबकुछ दे।

हरक सिंह रावत ने दी प्रतिक्रिया

वहीं, हरक सिंह रावत ने भी उसी अंदाज में प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि 2016 की बगावत की बात करना ठीक नहीं है। सभी को 2024 लोकसभा चुनाव पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी को दिक्कत थी तो उसी दिन बोलना चाहिए था, जिस दिन कांग्रेस में शामिल हुआ था। अब एक साल से ज्यादा का समय हो गया है, इन बातों का कोई मतलब नहीं है। इससे पार्टी कमजोर ही होगी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments