देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से गुरुवार को राजभवन में आईटीबीपी के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल ने कहा कि आईटीबीपी सीमाओं की सुरक्षा के अलावा कई आंतरिक सुरक्षा अभियानों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आईटीबीपी हिमालय क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं के लिए फर्स्ट रिस्पांडर के रूप में राहत व बचाव अभियानों का संचालन भी करती है जो उत्तराखण्ड जैसे राज्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
इस दौरान राज्यपाल ने महानिदेशक से वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के सम्बन्ध में चर्चा की और कहा कि उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में आईटीबीपी की महत्वपूर्ण भूमिका है। देश के सीमावर्ती गांवों को सशक्त बनाने के लिए शुरू किया गया वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम जो सीमावर्ती गावों के विकास और सामरिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण है इसमें आईटीबीपी सराहनीय कार्य कर रही है। आईटीबीपी के जवान जहां सीमावर्ती क्षेत्रों में अपने कर्तव्यों का निर्वहन बखूबी से कर रहे हैं वहीं उत्तराखंड के सीमावर्ती गांवों के विकास में भी अपना योगदान दे रहे है।
राज्यपाल ने कहा कि पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी के सीमावर्ती क्षेत्रों में अग्रिम चौकियों का कई बार भ्रमण कर वहां तैनात जवानों और अधिकारियों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया है। इस अवसर पर आईटीबीपी के एडीजी मनोज रावत, आईजी संजय गुंज्याल, डीआईजी मन्नू महाराज भी उपस्थित रहे।
आईटीबीपी के महानिदेशक ने राज्यपाल से की भेंट
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