देहरादून। रक्षाबंधन के अवसर पर ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ और मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना के तहत देहरादून में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बेहतर काम कर रही महिला स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया। साथ ही रक्षाबंधन पर्व को देखते हुए सीएम धामी ने स्वयं सहायता समूहों के लिए तमाम बड़ी घोषणाएं भी की हैं।
मुख्यमंत्री ने चार जिलों से आए प्रतिभागियों में से 10 सहायता समूह को रिवॉल्विंग फण्ड के रूप में 25-25 हजार रुपये, 10 समूह को सीआईएफ के रूप में 75-75 हजार रुपये और सीसीएल के रूप 1 लाख 50 हजार रुपये की धनराशि का चेक देकर सम्मानित किया। सीएम ने कहा साल 2022 में ’मुख्यमंत्री स्वयं सहायता समूह योजना’ के तहत 84 करोड़ रुपये से अधिक का सहयोग दिया गया है, ब्याज प्रतिपूर्ति के रूप में करीब 25 करोड़ की छूट प्रदान की गई, 67 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूह में 5 लाख से अधिक महिलाओं को जोड़ा गया। 53 हजार से अधिक समूह को रिवॉल्विंग फण्ड, 37 हजार से अधिक समूह को सामूहिक निवेश नीति भी दी गयी है।
उत्तराखंड में शुरू की गई मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना, प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने में एक बेहतर योजना साबित हो रही है। मौजूदा समय में प्रदेश की करीब 37 हजार से अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ उठा रही हैं। पिछले एक साल में इस योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों ने पूरे प्रदेश में 318।98 लाख रुपये का कारोबार किया है। दरअसल, पिछले साल रक्षाबंधन पर 24 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस योजना की शुरुआत की थी।
इस योजना का लक्ष्य महिला समूहों की ओर से तैयार की जा रही उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध करना था। इसके लिए महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से महिला समूहों द्वारा निर्मित स्थानीय उत्पादों की ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शनी लगाई जाती है। साथ ही उत्पादों के विपणन की व्यवस्था की जाती है। वही, स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर (मार्केटिंग) रोहित सिंह ने बताया योजना के तहत अगस्त 2023 से जून 2024 की समावधि के दौरान प्रदेश के 95 ब्लॉकों में कुल 1428 स्टॉलों के जरिए महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से 318।98 लाख रुपए का कारोबार किया गया।
इस साल भी विभाग ने हर महीने की 25-30 तारीख के बीच ब्लॉक स्तर पर स्टॉल लगाने और प्रदेश में आयोजित होने वाले पारंपरिक मेलों पर स्टॉल लगाकर समूहों के उत्पाद सामग्री के मार्केटिंग का निर्णय लिया है। इस साल देहरादून स्थित सचिवालय में स्टॉल के जरिए योजना की शुरुआत की गई है। स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया योजना के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों की आर्थिकी में जबरदस्त उछाल आया है। वो आत्मनिर्भर और सशक्तिकरण की दिशा में लगातार आगे बढ़ रही हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है। सरकार की ओर से स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की पैकेजिंग से लेकर ब्रांडिंग तक की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा पिछले साल जब पीएम देहरादून में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रतिभाग किया था उस दौरान उन्होंने राज्य के ’हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड’ का शुभारंभ कराया गया। इस ब्रांड के उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है।
महिला सशक्तिकरण के लिए सीएम धामी की बड़ी घोषणाएं
महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से जिलों में आयोजित तमाम कार्यशालाओं, कार्यक्रमों और महिला सम्मान कार्यक्रमों के लिए मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना के तहत 2 करोड़ 30 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई।
क्लस्टर स्तरीय संगठन में महिलाओं की व्यावसायिक गतिविधियों पर संचालन के लिए 15 करोड़ 40 हजार की वित्तीय स्वीकृति दी गई।
लखपति दीदी बनाए जाने के उद्देश्य से जो रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर उनको आरबीआई के माध्यम से मार्केटिंग प्रोडक्ट डेवलपमेंट एंड क्वालिटी कंट्रोल सेंटर के लिए अल्मोड़ा और कोटद्वार में स्थापित सभी केंद्र के लिए 25 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई।
डिजिटल एमआईएस के लिए ई-बुक कीपरों के लिए प्रथम चरण में 140 मॉडल क्लस्टर के 500 ई-बुक कीपरों के लिए टैबलेट प्रदान करने के लिए 75 लाख रुपये की स्वीकृति
राष्ट्रीय स्तर के राज्य में आयोजित होने वाले दो सरस मेलों के आयोजन के लिए मैचिंग ग्राउंड के रूप में प्रति मेल 11 लाख 12 हजार रुपए दिए जाएंगे।