Latest news
उत्तराखण्ड के परिपेक्ष्य में भारतीय दूतावास ताशकंद में आयोजित हुआ व्यापार निवेश व पर्यटन संवर्द्धन स... मुख्यमंत्री ने दी देहरादून के ऐतिहासिक झंडा मेला की शुभकामनाएं चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े सुधार, श्रद्धालुओं को मिलेगा बेहतरीन इलाज मुख्य सचिव ने सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर कार्यक्रमों के आयोजन के सम्बन्ध में दिए जरूरी ... द पॉली किड्स स्कूल ने देहरादून के चंद्रबनी में अपनी नई शाखा खोली मुख्यमंत्री आवास में 57 किलोग्राम शहद निकाला गया मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई 7वीं स्टेट ब्रॉडबैण्ड कमेटी की बैठक सीएम ने उत्तरकाशी के कलस्टर विद्यालयों में परिवहन सुविधा के लिए 15 बसों का फ्लैग ऑफ किया सीएम धामी ने राज्यपाल से की भेंट सीएम धामी दिल्ली दौरे पर, मंत्रिमंडल में बदलाव के आसार

[t4b-ticker]

Wednesday, March 19, 2025
Homeउत्तराखण्डअग्निवीर के लिए उत्तराखण्ड के 4500 युवाओं का हुआ चयन

अग्निवीर के लिए उत्तराखण्ड के 4500 युवाओं का हुआ चयन

देहरादून। उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के जोनल भर्ती अधिकारी मेजर जनरल मनोज तिवारी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान मेजर जनरल मनोज तिवारी और सीएम धामी के बीच अग्निपथ योजना को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। सीएम धामी ने इस मुलाकात पर प्रसन्नता जताई है।
मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में हुई मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के जोनल भर्ती अधिकारी मेजर जनरल मनोज तिवारी ने सीएम धामी को बताया कि अग्निवीर भर्ती के अंतर्गत प्रदेश से अब तक 4500 अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। इसके अलावा 2000 रिक्त पदों पर भी जल्द ही भर्ती की जाएगी। भविष्य में होने वाली भर्तियों में अधिक से अधिक युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए राज्य और जनपद स्तर पर विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे। सीएम धामी ने कहा कि इस सम्बन्ध में हमारी सरकार हर संभव सहायता सुनिश्चित करेगी।
सीएम धामी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट में लिखा कि- कैंप कार्यालय में मेजर जनरल श्री मनोज तिवारी जी ने भेंट की। उत्तराखण्ड सैनिक बहुल प्रदेश है एवं हमारी सरकार द्वारा सेना को हर स्तर पर प्रशासनिक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इस अवसर पर अग्निपथ योजना को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई।
उत्तराखंड को सैनिक प्रदेश कहा जाता है। राज्य करीब 72 हजार युवा भारतीय सेनाओं में कार्यरत हैं। इसके साथ ही राज्य में 1,69,519 पूर्व सैनिक हैं। 1999 के कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने दुश्मन देश पाकिस्तान की सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया था। दुर्गम पहाड़ियों पर लड़े गए इस युद्ध में भारतीय वीर सैनिकों ने जो जांबाजी दिखाई थी वो सैन्य इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। इसमें उत्तराखंड मूल के सैनिकों ने भी वीरता के झंडे गाड़े थे। कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के 75 वीर सैनिकों ने भी शहादत पाई थी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments