-भ्रामक सूचनाओं का प्रकाशित होना पहुंचाता है आम जनमानस में गलत संदेश: सचिव
देहरादून: संस्कृति विभाग के सचिव ने समाचार पत्रों में प्रकाशित उन समाचारों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि केदारनाथ धाम को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाएगा। सचिव ने मीडिया को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित उस समाचार का खंडन करते हुए कहा कि, केदारनाथ धाम को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किए जाने संबंधी कोई प्रस्ताव संस्कृत विभाग की ओर से शासन को नहीं दिया गया है, और न ही भविष्य में ऐसी कोई योजना हैI
संस्कृति विभाग के सचिव हरिचन्द्र सेमवाल ने शुक्रवार को विभिन्न समाचारपत्रों में प्रकाशित केदारनाथ धाम को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किये जाने व इस निर्णय का विरोध किये जाने सम्बन्धी खबर का संज्ञान लेते हुए संस्कृति विभाग समेत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण देहरादून मंडल के अधिकारीयों के साथ बैठक कीI इस दौरान सचिव ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण देहरादून मंडल के अधिकारीयों से समाचारपत्रों में प्रकशित इस खबर को लेकर जारी शासनादेश की जानकारी चाहीI जिसपर अधिकारीयों ने इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार के शासनादेश निर्गत नहीं किये जाने की बात कहीI दोनों ही विभागों से पुष्टि करने के बाद सचिव संस्कृति ने कहा कि इस प्रकार की तथ्यहीन व भ्रामक सूचनाओं का प्रकाशित होना आम जनमानस में गलत संदेश पहुंचाता है, उन्होंने आदेश दिया कि सूचना विभाग के माध्यम से इन खबरों का खंडन करते हुए, सही खबर लोगों तक पहुंचाई जाएI
उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम ऐतिहासिक एवं पौराणिक धार्मिक आस्था का केंद्र बिंदु है जिसमें देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व भर के श्रद्धालुओं की आस्था है, प्रदेश के धार्मिक स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए सुगम एवं व्यवस्थित करना हमारा ध्येय है, धार्मिक आस्था के प्रतीक इन महत्वपूर्ण स्थलों का सर्वांगीण विकास करना प्राथमिकता हैI
सचिव संस्कृति ने विभिन्न समाचार पत्रों में केदारनाथ धाम को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किए जाने संबंधी समाचार का खंडन करते हुए कहा कि यह खबर पूरी तरह निराधार एवं तथ्यहीन है, साशन की ओर से इस प्रकार का कोई प्रस्ताव भारत सरकार को नहीं भेजा गया है
बैठक में सुश्री बीना भट्ट निदेशक संस्कृति के अतिरिक्त मनोज सक्सेना अधीक्षण पुरातत्वविद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण देहरादून मंडल एवं राज किशोर मीणा सहायक अधीक्षक पुरातत्वविद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण देहरादून उपस्थित रहेI