चमोली। भारतीय वायु सेना समय-समय पर एडवेंचर गतिविधियां करती रहती है। इसी तरह एयरफोर्स हेडक्वार्टर एडवेंचर सेल दिल्ली के तत्वाधान में चमोली के अलकनंदा नदी घाट से ऋषिकेश के लिए वायु सेना के विंग कमांडर विजय भट्ट के नेतृत्व में 14 वायु सैनिकों एवं 2 गाइडों का एक दल एक्सपीडिशन के लिए रवाना हुआ। यह दल 3 दिसंबर को ऋषिकेश पहुंचेगा। व्हाइट वाटर राफ्टिंग के लिए गंगा नदी सबसे चुनौतीपूर्ण नदियों में से एक मानी जाती है।
विंग कमांडर विजय भट्ट ने बताया कि वायु सेना ने इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर कराए जाते हैं। वायु सैनिकों को एडवेंचर गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जाता है। जहां युवा इससे सेना में आने के लिए प्रेरित होंगे। वहीं स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले वायु सेना द्वारा लेह में और गंगा नदी में एक्सपीडिशन किए गए हैं।
गाइड विवेक नेगी ने बताया कि चमोली घाट से एक्सपीडिशन प्रारंभ हो रहा है। जिसमें वायु सैनिकों को व्हाइट वाटर रिवर राफ्टिंग में रेस्क्यू, पैड लिंग, कैसे दूसरों को सेव करना है आदि गतिविधियों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 25 किलोमीटर के हिसाब से सेक्शन बनाए गए हैं। एक्सपीडिशन से स्थानीय नौजवान मोटिवेट होंगे और अपने स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। गौर है कि ऋषिकेश में गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग की जाती है। दूर-दूर से पर्यटक ऋषिकेश रिवर राफ्टिंग के लिए पहुंचते हैं। ऋषिकेश रिवर राफ्टिंग के जरिए भी कई युवा रोजगार से जुड़े हैं।
इंडियन एयर फोर्स का सबसे खतरनाक नदी में एडवेंचर
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