कीव: यूक्रेन पर रूस के हमले का दूसरा दिन भी धमाकों और मौतों के नाम रहा। यूक्रेन की राजधानी कीव की चौखट तक पहुंची रूसी सेना का कीव सहित यूक्रेन के कई शहरों में बमों से हमला जारी रहा। जवाब में यूक्रेन की सेना ने भी हमले किये। दोनों ओर से जोरदार जनहानि की बात सामने आई है। सैकड़ों धमाकों और मौतों के बाद बातचीत की ओर भी कदम बढ़ाए गए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने बातचीत की पेशकश की तो रूस ने भी बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने की बात स्वीकार कर ली।
यूक्रेन पर रूसी हमले के दूसरे दिन यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे की जंग छिड़ी रही। कीव के बाहर रूसी और यूक्रेनी सैनिकों के बीच जबरदस्त जंग चल रही है। रूसी टैंकों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए यूक्रेन ने अपने शहर के तीन पुलों को उड़ा दिया है। यूक्रेन के आधिकारिक बयान में बताया गया कि कीव पर कब्जे के लिए रूसी सैनिकों नें पिछले 24 घंटों में कीव में 33 जगहों पर बम धमाके किए हैं।
युद्ध को लेकर अलग-अलग दावे भी हो रहे हैं। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि हमारी सेना ने अभी तक 1000 से अधिक रूसी सैनिकों को मार गिराया है। वहीं रूस का दावा है कि उसने यूक्रेन के 118 सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है। रूस की सेना ने दावा किया कि रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहर स्थित कूटनीतिक महत्व के एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया है। रूस ने कीव का पश्चिम से संपर्क काटने का दावा भी किया है।
यूक्रेन पर रूस के हमले से एक लाख लोग विस्थापित हो गए हैं। आसपास के देश इन विस्थापितों के लिए शिविर लगाकर उन्हें मदद कर रहे हैं। यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण कई अन्य देशों के नागरिक भी आसपास के देशों से अपने देशों को प्रस्थान कर रहे हैं। पड़ोसी देश मालदोवा ने विस्थापितों के लिए विशेष शिविर लगाए हैं। मालदोवा की राष्ट्रपति माइआ संदू ने ट्वीट कर जानकारी दी कि चार हजार लोग मालदोवा पहुंच चुके हैं। उनके लिए पैलेंका और ओक्निटा में शिविर लगाए गए हैं।
विश्व बैंक ने कहा है कि वह मौजूदा राजनीतिक और सैन्य संकट के बीच यूक्रेन को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने टोक्यो में अपने आधिकारिक आवास पर यूक्रेन पर रूस के हमले के विरोध में रूस के खिलाफ अतिरिक्त प्रतिबंधों की घोषणा की। यूरोपीय संघ के नेता करीब छह घंटे चली बैठक के बाद रूस पर और आर्थिक एवं वित्तीय प्रतिबंध लगाने पर सहमत हो गए हैं। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यूक्रेन में रूस ने अभी तक अपने रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल नहीं किया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान पर चर्चा की। मैक्रों का कहना है कि उन्होंने पुतिन से सैन्य अभियान बंद करने की मांग की।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने हमले में यूक्रेन के 137 लोगों के मारे जाने की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि दुनिया में हर कोई रूस से डर रहा है। उनके देश को रूस से लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया गया है। हमारे साथ लड़ने के लिए कोई नहीं खड़ा है। इसके बावजूद हम लड़ाई लड़ रहे हैं और लड़ेंगे। लगातार बढ़ रहे हमले के मद्देनजर यूक्रेन ने रूस के खिलाफ अपने देश के आम लोगों को भी युद्ध के मैदान में पहुंचने का निर्देश जारी कर दिया है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कल सेना भर्ती खोलने का एलान किया था। दूसरे दिन उन्होंने आम लोगों की सैनिकों के तौर पर तैनाती का आदेश देते हुए 18 से 60 वर्ष आयु के लोगों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है।
यूक्रेन पर रूस के जोरदार हमले ने अमेरिकी थिंक टैंक को भी हिलाकर रख दिया है। अमेरिका ने अगले 96 घंटे में यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस का कब्जा होने की आशंका जताई है। साथ ही दावा किया गया है कि यदि रूस को तुरंत नहीं रोका गया तो एक सप्ताह के भीतर यूक्रेन की मौजूदा सरकार भी गिर जाएगी। यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंकाओं के दौरान यूक्रेन के साथ खड़ा दिख रहा अमेरिका हमले के बाद इस लड़ाई से सीधे जुड़ता नजर नहीं आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कर दिया है कि वह यूक्रेन में अपनी सेना नहीं भेजेंगे।