Latest news
मुख्यमंत्री की टेढ़ी नजर से खुल गयी उत्तराखण्ड की बंद सड़कें उत्तराखण्ड से जल्द खुलेगा कैलाश यात्रा का रास्ता राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में त्वरित होगा शिकायतों का निस्तारण गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे बड़े सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को किया जाएगा लोकार्पण ऊर्जा निगम मुख्यालय पर रीजनल पार्टी ने किया प्रदर्शन सभी पुराणों ने गौ को माता का सम्मान दियाः ग़ोपाल मणि महाराज स्पीकर ने विकास कार्यों को समय पर पूरा करने के दिए निर्देश खड़गे ने पत्र गलत पते पर भेजा, राहुल को समझाते तो पत्र लिखने की नौबत नहीं आतीः महेंद्र भट्ट मंत्री गणेश जोशी ने सैनिक मनीष थापा को श्रद्धांजलि अर्पित की उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार
Friday, September 20, 2024
Homeउत्तराखण्डफूलों की घाटी की यात्रा शुरू होने की तारीख में हो सकते...

फूलों की घाटी की यात्रा शुरू होने की तारीख में हो सकते है बदलाव

चमोली: फूलों की घाटी के रास्ते फिल्हाल हिमखंड बाधा बन रहे हैं। वन विभाग की टीम घांघरिया में ही कैंप कर इन हिमखंडों के पिघलने का इंतजार कर रही है। अगर निर्धारित समय पर सुरक्षित रास्ता नही बन पाया तो राष्ट्रीय पार्क प्रशासन फूलों की घाटी की यात्रा तिथि एक जून से आगे खिसका सकता है।

गौरतलब है कि प्रतिवर्ष फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए एक जून से खुलकर अक्टूबर माह तक सुचारु रहती है। इस दौरान हजारों देशी विदेश पर्यटक घाटी का दीदार करते हैं। इस बार फूलों की घाटी के रास्ते में घांघरिया से आधे किमी दूर पर भूसा नाला व तीन किमी दूरी पर ग्लेशियर प्वांइट में विशालकाय हिमखंड पसरे हुए हैं। इसके अलावा कई छोटे हिमखंड भी हैं।

फूलों की घाटी में इन दिनों जंगली ककड़ी, प्रिमुला, डेंटीकुलेटा सहित अन्य प्रजाति के फूल खिल रहे हैं। घाटी में बर्फ पिघलने के साथ फूलों का खिलना भी शुरू हो गया है।

प्रभागीय वनाधिकारी बी मार्तोलिया ने बताया कि एसडीआरएफ, प्रशासन व वन विभाग द्वारा घाटी का निरीक्षण करने के बाद ही फूलों की घाटी में जाने की इजाजत दी जाएगी। कहा कि अगर मई माह में रास्ता सुचारु नहीं हुआ तो एक जून के बजाय फूलों की घाटी खोलने की तिथि आगे बढा़ई जाएगी। कहा कि वन विभाग की टीम घांघरिया में ही कैंप किए हुए हैं। जैसे ही स्थितियां अनुकूल होंगी हिमखंड काटने का कार्य शुरू किया जाएगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments