देहरादून। उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने श्रीनगर विधानसभा के अंतर्गत थलीसैंण के जल्लू गाँव में बीज आलू को रखने हेतु कोल्ड स्टोरेज का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोरेज निश्चित रूप से सब्जियों और फलों की बर्बादी को कम करेगा और इसका उपयोग दवाओं या टीकों को स्टोर करने के लिए भी किया जा सकेगा।
मंत्री ने उद्यान विभाग द्वारा स्वीकृत 33.86 लाख की लागत से बने कोल्ड स्टोरेज का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि पहले कोल्ड स्टोरेज की कोई सुविधा नहीं होने के कारण आलू उत्पादकों को अपनी उपज की कटाई के तुरंत बाद बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था। लेकिन अब जल्लू गाँव के किसान कोल्ड स्टोरेज में आलू रखकर डिमांड के अनुरूप उसे भेज सकेंगे। कहा की बीजीय आलू को कोल्ड स्टोरेज में रखकर उद्यान विभाग द्वारा उसे खरीदा जाएगा तथा अन्य जगह उसकी सप्लाई की जाएगी। जिससे क्षेत्र के साथ साथ अन्य किसानों को बीजीय आलू खरीदने के लिए दूर दराज के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। कहा कि किसानों के डिमांड के अनुरूप उद्यान विभाग द्वारा उन्हें बीजीय आलू उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि थलीसैंण क्षेत्र के लिए कोल्ड स्टोरेज बेहतर साबित होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में ज्यादा मात्रा में सब्जी का उत्पादन हो रहा है उसे क्षेत्र में भी कोल्ड स्टोरेज स्थापित किया जाएगा, जिससे किसानों की मेहनत बर्बाद ना जाय। मंत्री ने कहा कि फलों, सब्जियों सहित अन्य को खराब होने से बचाने के लिए काम में आते हैं कोल्ड स्टोरेज। कोल्ड स्टोरेज वह जगह होती है जहां पर इन फलों, सब्जियों आदि को रखा जाता है और उस जगह का तापमान फलों व सब्जियों का जीवन चक्र बढ़ाने में मदद करता है ऐसे में फलों और सब्जियों को एक लंबे समय तक सुरक्षित रखा जाता है और उनकी सप्लाई में कोई कमी नही आने दी जाती है।
जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि जल्लू गाँव में इस वर्ष 51 परिवारों का लगभग 500 कुंतल से ज्यादा आलू का उत्पादन हुआ है। कहा की कोल्ड स्टोरेज में बीजीय आलू को रखा जाएगा जिसकी क्षमता 6 टन है। कहा कि ग्रामीणों से उद्यान विभाग द्वारा बीजीय आलू को खरीदा जाएगा तथा अन्य किसानों के डिमांड के अनुरूप उन्हें बेचा जाएगा। उसके उपरांत मा. मंत्री ने राजकीय खाद्य भंडार कैन्यूर भवन के कार्यों का शिलान्यास भी किया। कहा कि खाद्य सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार ने विगत महीनों में काफी महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। इस अवसर पर परियोजना निदेशक डीआरडीए संजीव कुमार रॉय, जिला उद्यान अधिकारी राजेश तिवारी सहित अन्य अधिकारी व ग्रामीण उपस्थित थे।
किसानों के लिए बेहतर साबित होगा कोल्ड स्टोरेजः डॉ. धन सिंह रावत
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