Latest news
सीएम ने हाथीबड़कला में सुना पीएम मोदी के मन की बात का 116वां संस्करण एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी विजेता महिला हॉकी टीम की सदस्य मनीषा चौहान ने सीएम से की भेंट सीएम ने हिन्दी फिल्म ‘दि साबरमती रिपोर्ट’ का अवलोकन किया सीएम ने 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले उत्तराखण्ड दिवस समारोह में प्रतिभाग किया उत्तराखंड के नए डीजीपी हो सकते हैं आईपीएस दीपम सेठ विधानसभा अध्यक्ष ने यमकेश्वर में नवनिर्मित पंचायत भवन का लोकार्पण किया स्पीकर ने जन संवाद के दौरान क्षेत्रवासियों की समस्याएं सुनीं मंत्री जोशी ने 35 लाख की लागत से निर्मित सामुदायिक भवन लोकार्पण किया केदारनाथ विधानसभा उप निर्वाचन की मतगणना शांतिपूर्ण ढंग से हुई संपन्न जनता के लिए खुलेगा देहरादून राजपुर रोड स्थित ‘राष्ट्रपति आशियाना’

[t4b-ticker]

Monday, November 25, 2024
Homeउत्तराखण्डयात्रा और पर्यटन बना महिला समूहों की आर्थिकी का आधार

यात्रा और पर्यटन बना महिला समूहों की आर्थिकी का आधार

देहरादून। चारधाम यात्रा और पर्यटन गतिविधियां, महिला स्वयं सहायता समूहों की आर्थिकी का आधार बनते जा रहे हैं। इस वित्तीय वर्ष में अक्टूबर माह तक महिला समूहों ने यात्रा मार्ग और प्रमुख पर्यटन केंद्रों पर खुले यात्रा आउटलेट्स के जरिए कुल घ्91.75 लाख की बिक्री करते हुए, घ्29.7 लाख का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। ग्राम्य विकास विभाग के अधीन संचालित उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उत्तराखंड की समृद्ध परंपरा और संस्कृति से परिचित कराने के साथ ही ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक में सुधार के लिए प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर 110 यात्रा आउटलेट्स स्थापित किए गए हैं। जो स्थानीय ग्रामीण महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
सचिव ग्राम्य विकास राधिका झा के मुताबिक, यात्रा आउटलेट्स पर हस्तनिर्मित ऊनी वस्त्र, पहाड़ी मसाले, जैविक अचार, स्मृति चिन्ह, मिलेट-आधारित खाद्य पदार्थ बिक्री के लिए उपलब्ध रहते हैं। यात्रा आउटलेट्स न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में कारगर साबित हुए हैं, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को प्रचारित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यात्रा आउटलेट्स की संख्या इस प्रकार से है।
चमोली-16, देहरादून-2, हरिद्वार-11, नैनीताल-10, पौड़ी-15, रुद्रप्रयाग-15, टिहरी-20 व उत्तरकाशी-21 शामिल हैं।
पांच लाख महिलाएं जुड़ी हैं समूहों सेः उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूएसआरएलएम) के जरिए राज्य के 13 जनपदों के 95 विकास खंडों में 67,172 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) का गठन किया गया है, जिनसे लगभग 5 लाख ग्रामीण महिलाओं को जोड़ा गया है। राज्य सरकार द्वारा यात्रा आउटलेट्स, सरस केंद्र, और ग्रोथ सेंटर के जरिए इन समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए सहायता प्रदान करती है। यूएसआरएलएम के सहयोग से महिला समूहो द्वारा राज्य में 8 मिलेट बेकरी इकाइयाँ स्थापित की गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी की है पर्यटकों से स्थानीय उत्पाद खरीदने की अपीलः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी राज्य में आने वाले पर्यटकों से अपने घूमने के खर्च का पांच प्रतिशत स्थानीय उत्पाद खरीदने पर खर्च करने की अपील की है। निस्संदेह इससे आने वाले समय में इन महिला समूहों की आय में बढ़ोतरी होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि सरकार का स्पष्ट मत है कि ग्रामीण महिलाओं की आर्थिकी को मजबूत बनाकर ही राज्य तरक्की के पथ पर आगे बढ़ सकता है। इसलिए महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पाद को बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है, सरकार समूहों से जुड़ी महिलाओं के लिए लखपति दीदी योजना भी चला रही है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments