Latest news
प्रसिद्ध यूट्यूबर एवं कंटेंट क्रिएटर ने की सीएम धामी से मुलाकात डेंगू रोकथाम को माइक्रोप्लान पर काम करें अधिकारीः डॉ. धन सिंह रावत राज्यपाल ने उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में सफल छात्र-छात्राओं को दी बधाई कार खाई में गिरी, पांच लोगों की मौत एईएसएल देहरादून के यश महावर ने जेईई मेन्स में ऑल इंडिया रैंक 1633 हासिल की उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट घोषित, 10वीं में 90.77 और 12वीं में 83.23 प्रतिशत छात्र-छात्राएं हुए पास उत्तराखण्ड में स्थापित होगा फायर सर्विस का विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केन्द्रः सीएम धामी नया वक्फ कानून जनहित के लिए लाया गया ऐतिहासिक फैसलाः सीएम धामी ईगो छोड़ धारा 163 अन्तर्गत प्रदत्त निर्देशों के क्रियान्वयन व समन्वय में नजर आए मुझे सभी अधिकारीः डीए... राज्य सरकार विश्वविद्यालयों के विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्धः सीएम

[t4b-ticker]

Sunday, April 20, 2025
Homeउत्तराखण्डगौरीकुंड में प्रशासन ने हाईवे किनारे बनाई गयी 40 दुकानों को किया...

गौरीकुंड में प्रशासन ने हाईवे किनारे बनाई गयी 40 दुकानों को किया ध्वस्त

रुद्रप्रयाग: गौरकुंड हादसे के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए है। अब प्रशासन जोखिम न लेते हुए आपदा की दृष्टि से संवेदनशील अस्थाई भवनों व दुकानों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू कर दी है। साथ ही बाबा केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में हाईवे किनारे बनाई गई अस्थाई 40 दुकानों को प्रशासन ने खाली करने के साथ ध्वस्त कर दिया है। गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक कुल 150 दुकानें चिन्हित की गई हैं।

यह जानकारी उखीमठ के उप जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने दी।गौरीकुंड में प्रशासन ने आपदा की दृष्टि से खतरनाक आधा दर्जन दुकानों को हटा दिया है।‌जबकि एक दर्जन दुकानदारों को नोटिस भेजा है।

इधर गौरीकुंड भूस्खलन हादसे ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के राष्ट्रीय सुदूर संवेदी केंद्र (एनआरएससी) की उस भूस्खलन मानचित्र रिपोर्ट पर मुहर लगाई है।उपग्रह से लिए गए चित्रों के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट बताती है कि रुद्रप्रयाग जिले को देश में भूस्खलन से सबसे अधिक खतरा है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments