देहरादून। दस लक्षण धर्म के सातवे दिन उत्तम तप धर्म पर दिगंबर जैन पंचायती मंदिर एवं जैन भवन स्थित जैन मंदिर में भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा पर प्रथम अभिषेक एवं शान्तिधारा करने का सौभाग्य जानेश्वर दस जैन अंकित जैन को एवं पाण्डुकशिला पर भगवान का प्रथम कलश एवं शांतिधारा करने का सौभाग्य एस पी जैन, ऋषि जैन को प्राप्त हुआ। उत्तम तप धर्म पर पूज्य माताजी ने प्रवचन हुए कहा कि समस्त पर द्रव्यों की इच्छाओं का निरोध होना उत्तम तप धर्म है।
शाम 7.00 बजे सभी जिन मंदिरो मे श्री जी की महाआरती की गयी। इसके पश्चात पूज्य आर्यिका आनंदमति माताजी एवं पूज्य क्षुल्लकरत्न समर्पण सागर जी महाराज के मंगल सानिध्य मे रंगारंग संस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गौरव जैन का उत्सव समिति द्वारा स्वागत किया गया इसके पश्चात राजीव जैन के द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया।
दस लक्षण महापर्व पर सांध्यकालीन कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज जिनवाणी जाग्रति मंच द्वारा धार्मिक वेश-भूषा (फैंसी ड्रेस) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छोटे छोटे बच्चो ने पुजारन, ग्वाला, पद्मावती, क्षुल्लक, मैना सुंदरी इत्यादि की वेशभूषा मे प्रतिभाग किया। कार्यक्रम मे जज के रूप में वीना जैन सुभाष रोड, ममलेश जैन आनंद चैक एवं पूर्णिमा जैन माजरा उपस्थित रही। उत्सव समिति द्वारा कार्यक्रम की तीनो जज का सम्मान माला, पटका पहनाकर किया गया। कार्यक्रम में जिनवाणी मीडिया संयोजक मधु जैन जाग्रति मंच की अध्यक्ष मोनिका जैन, मंत्री प्रीती जैन, कोषाध्यक्ष शेफाली जैन, संयोजिका सुनैना जैन, जुली जैन, समता जैन, उत्सव समिति संयोजक मुकेश जैन, संदीप जैन, पंकज जैन, अजित जैन, आदि बड़ी संख्या में समाज के महानुभाव उपस्थित रहे।
जैन समाज ने की उत्तम तप धर्म पर पूजा अर्चना
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