Latest news
लोक निर्माण विभाग का सहायक अभियंता 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार मुख्य सचिव ने पूंजी निवेश 2024-25 के लिए राज्य की विशेष सहायता योजना की समीक्षा की उच्च शिक्षा में 108 असिस्टेंट प्रोफेसरों को मिलेगी शीघ्र तैनातीः डा. धन सिंह रावत राज्यपाल ने हिमाचल में बागवानी और आपदा प्रबंधन के प्रयासों की जानकारी ली टीएचडीसी में स्वच्छता ही सेवा का आयोजन हिमालय और गंगा को बचाने के लिए संत समाज को आगे आना होगाः किशोर पुलिस की आंखों में धूल झोंककर दुष्कर्म का आरोपी मुकेश बोरा फरार 38 वें नेशनल गेम्स को लेकर मंत्री रेखा आर्य ने ली समीक्षा बैठक शहरी विकास और आवास विभाग में कनिष्ठ अभियंताओं की थी बड़ी कमीः अग्रवाल कनिष्ठ अभियंताओं की नियुक्ति होने से कार्यों में और तेजी आयेगीः महाराज
Saturday, September 21, 2024
Homeराष्ट्रीय20 हज़ार आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को आधार कार्ड से जोड़े जाने...

20 हज़ार आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को आधार कार्ड से जोड़े जाने की तैयारियां शुरु

देहरादून : योजनाओं में हो रहे फर्जीवाडे की रोकथाम के लिए एक मजबूत कदम उठाया गया हैI जिसके लिए अगले एक महीने के अंदर महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से 20 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों के 7.50 लाख बच्चों को आधार से जोड़े जाने की तैयारी की जा रही है। इस प्रकरण के लिए विभाग की ओर से साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। जिसके आधार पर बच्चों को विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सकेगा।

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक एसके सिंह के मुताबिक विभाग में अब तक आंगनबाड़ी केंद्रों में संख्या के आधार पर बच्चों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। किसी आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों की संख्या डेढ़ सौ तो किसी में दो सौ दिखा रहा है। बच्चों की संख्या के आधार पर आंगनबाड़ी केंद्रों को पैसा दिया जा रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अगले एक महीने के भीतर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को आधार से जोड़ा जाएगा।

अब आंगनबाड़ी केंद्रों को आधार से जोड़ने से पहले बच्चों का रिकार्ड मंगाया जा रहा है। बच्चों को आधार से जोड़ने के बाद बच्चों का नाम, आधार नंबर, पिता का नाम, मोबाइल नंबर आदि सभी रिकार्ड एक साफ्टवेयर में रहेगा। इससे विभाग के पास न सिर्फ इन केंद्रों में आने वाले बच्चों की पूरी जानकारी होगी बल्कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भी पूरा विवरण होगा। विभाग की ओर से इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बच्चों को आधार से जोड़े जाने से इन केंद्रों में बच्चों की वास्तविक संख्या सामने आएगी। यदि बताई गई संख्या से बहुत कम बच्चे मिले और किसी तरह का फर्जीवाड़ा पकड़ में आया तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। 

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments