देहरादून। उत्तराखंड का शासन प्रशासन इन दिनों चार धाम यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है। चार धाम यात्रा मार्गाे से बर्फ हटाने का काम जोर-शोर से जारी है तथा सड़कों की मरम्मत का काम और यात्रा मार्गों पर जन सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है। वही बद्री केदार समिति भी व्यवस्थाओं में बदलाव करने में जुटी है।
अभी बीते दिनों केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में मोबाइल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई थी। मंदिर परिसर के 30 मीटर के दायरे में मोबाइल से फोटोग्राफी व रील बनाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं अब समिति द्वारा देश की 12 भाषाओं में एक बुकलेट भी लॉन्च की जा रही है जो उन सभी मठ मंदिरों की जानकारी श्रद्धालुओं को देगी जो मंदिर समिति के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। इसमें 47 धार्मिक स्थल है इस बुकलेट को विभिन्न राज्यों की 12 भाषाओं में प्रकाशित किया जाएगा तथा यात्रियों के विश्राम स्थलों से लेकर सभी होटलों में इस पुस्तिका को रखा जाएगा। मंदिर समिति का कहना है कि पूरे देश के लोग इससे अपनी भाषा में इन तीर्थ स्थलों की जानकारी कर पाएंगे।
तीर्थ पुरोहित भी समिति के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। लेकिन इसके बारे में कांग्रेस के नेता गणेश गोदियाल का कहना है कि धामों की वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी पर तो पहले भी प्रतिबंध के नियम थे। लेकिन खुद भाजपा के नेताओं और समिति के लोगों ने ही गर्भग्रह तक की फोटो खींची और अपनी फोटो के साथ वायरल की। उनका कहना है कि जब से मंदिर समिति का काम बीजेपी के अधिकार में आया है वह खुद ही व्यवस्थाओं को बिगाड़ने में जुटी है। नियम कानून तो पहले भी थे लेकिन सवाल उन नियमों के पालन को लेकर है कि वह कितना पालन हो पाते हैं। 30 अप्रैल को शुरू होने वाली चार धाम यात्रा को लेकर 5 अप्रैल को गढ़वाल कमिश्नर की अध्यक्षता में ऋषिकेश में होने वाली बैठक में यह सभी बातें रखी जाएगी।
तीर्थ स्थलों की बुकलेट में मिलेगी सभी मठ मंदिरों की जानकारी
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