देहरादून। सरदार भगवान सिंह विश्वविद्यालय (एसबीएसयू) ने अपने पहले दीक्षांत समारोह का गौरवपूर्वक जश्न मनाया, जो शैक्षणिक उत्कृष्टता की ओर संस्थान की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। इस कार्यक्रम ने स्नातकों को उनके समर्पण और उपलब्धियों के लिए सम्मानित करके समग्र शिक्षा के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को उजागर किया। समारोह में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह सेवानिवृत्त मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। अपने संबोधन में राज्यपाल ने राष्ट्र निर्माण में शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर दिया और स्नातकों को ईमानदारी, नवाचार और समाज की सेवा के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उनसे आजीवन सीखने और अपने क्षेत्रों में सार्थक योगदान देने का आग्रह किया। उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया और एक प्रेरक भाषण दिया। उन्होंने भविष्य को आकार देने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया और लगातार विकसित हो रहे वैश्विक परिदृश्य में अनुकूलनशीलता, नैतिक नेतृत्व और निरंतर कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया।
समारोह के दौरान, विभिन्न विषयों में कुल 944 डिग्रियाँ प्रदान की गईं। उत्कृष्ट छात्रों को उनके अनुकरणीय शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए पदक और पुरस्कार दिए गए, जिनमें 77 स्वर्ण पदक और 34 रजत पदक शामिल हैं। माहौल गर्व और खुशी से भरा हुआ था क्योंकि परिवार, संकाय और स्नातकों ने इस महत्वपूर्ण अवसर का एक साथ जश्न मनाया।
एसबीएसयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) जे. कुमार ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। एसबीएसयू के अध्यक्ष डॉ. गौरव दीप सिंह ने स्नातकों को बधाई देते हुए कहा कि यह दीक्षांत समारोह न केवल वर्षों की कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि एक नई यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। हमारे छात्र ज्ञान, मूल्यों और नवाचार की भावना से लैस हैं; हमें विश्वास है कि यह उनके करियर और समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा।
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए, जिनमें गौरव भारती शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष एस.पी. सिंह, सरदारनी हरिंदर पाल कौर, कर्नल इंदर सिंह भिंडर (सेवानिवृत्त), लखनऊ विश्वविद्यालय और जीएनडीयू, अमृतसर के पूर्व कुलपति प्रोफेसर अजायब सिंह बराड़ और पूर्व विधायक एस.पी.एस. सिबिया शामिल थे। उनकी उपस्थिति ने इस अवसर के महत्व को और बढ़ा दिया। एसबीएसयू के रजिस्ट्रार डॉ. दीपक साहनी ने इस भव्य समारोह का कुशलतापूर्वक संचालन किया, जिससे इस भव्य समारोह का सुचारू संचालन सुनिश्चित हुआ, जबकि डॉ. निधि बेलवाल ने एंकर की भूमिका निभाई और उपस्थित लोगों का शालीनता और वाक्पटुता से मार्गदर्शन किया। दीक्षांत समारोह का समापन हार्दिक धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसके बाद राष्ट्रगान हुआ, जिससे उपस्थित लोग प्रेरित और उत्साहित हुए। एसबीएसयू का पहला दीक्षांत समारोह एक शानदार सफलता थी, जो इसके इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ती है और साथ ही अकादमिक प्रतिभा, नेतृत्व और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए इसके अटूट समर्पण की पुष्टि करती है।
राष्ट्र निर्माण में शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति जरूरीः राज्यपाल
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