Latest news
देहरादून में डेंगू से एक की मौत, प्रदेशभर में 18 मामले आए सामने विश्व पुस्तक दिवस पर प्रदेशभर में चलेगा मतदाता जागरूकता अभियान 26 अप्रैल को उत्तराखंड दौरे पर रहेंगे केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज ज्योतिर्मठ चमोली के छात्रों की टीम ने सीएम धामी से की भेंट सीएम धामी ने विदेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रशासन के साथ मिलकर एक व्यापक ड्राइव चलाकर तत्काल कठोर कार्... सेना की टुकड़ी शीघ्र शुरू करेगी हेमकुंड साहिब मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य राज्यपाल ने चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में ली बैठक मुख्य सचिव ने की कुंभ 2027 की तैयारियों की समीक्षा मुख्यमंत्री ने 23 बोलेरो कैम्पर वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया सचिव गृह ने यूसीसी पोर्टल पर विभिन्न सेवाओं के पंजीकरण की समीक्षा की

[t4b-ticker]

Friday, April 18, 2025
Homeउत्तराखण्डश्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति ने राज्यपाल से की भेंट

श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति ने राज्यपाल से की भेंट

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से सोमवार को राजभवन में श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन. के. जोशी ने शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल ने कुलपति से विश्वविद्यालय द्वारा ‘‘वन यूनिवर्सिटी-वन रिसर्च’’ के अंतर्गत किए जा रहे शोध के संबंध में जानकारी प्राप्त की। कुलपति द्वारा ‘‘वन यूनिवर्सिटी-वन रिसर्च’’ के अंतर्गत किए जा रहे शोध ‘‘आधुनिक परिदृश्य में भारतीय प्राच्य ज्ञान संपदा’’ के संबंध प्रगति का संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण दिया गया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा इस प्रोजेक्ट पर बेहद गंभीरता से कार्य किया जा रहा है।
कुलपति ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 11-12 जून को आयोजित किया गया, जिसमें देश-विदेश के सौ से अधिक विषय-विशेषज्ञों और शोधार्थियों ने प्रतिभाग कर 228 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए गए। इस संगोष्ठी में प्राचीन भारतीय आयुर्वेद, गणित, पर्यावरण, कृषि, अर्थशास्त्र, धर्मग्रंथ, दर्शन, पारंपरिक भारतीय विज्ञान, भौतिकी, साहित्य, वेद, वेदांग, ज्योतिष, भूगोल, क्लोन निर्माण, वस्त्र विज्ञान, समाधि विज्ञान इत्यादि पर विचार-विमर्श हुआ। उन्होंने इस सम्मेलन से संबंधित स्मारिका एवं सार पुस्तिका राज्यपाल को प्रस्तुत की।
गौरतलब है कि राज्यपाल द्वारा राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को राज्य हित में योगदान हेतु एक वर्ष तक अपने गहन शोध के माध्यम से अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे। सभी विश्वविद्यालयों द्वारा अपनी विशेषज्ञता के अनुसार अपने शोध का विषय चयन किया गया है और जिस पर शोध कार्य गतिमान है। विश्वविद्यालयों द्वारा अगस्त माह तक मध्यांतर रिपोर्ट और 2025 तक अपनी पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी है। वहीं कुलपति ने बीते एक वर्ष में अपनी उपलब्धियों के बारे में बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा 24 पेटेंट फाइल किए गए हैं और 15 एमओयू साइन किए गए है। वहीं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के अलावा फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम एवं समय-समय पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments