रुद्रप्रयाग। आगामी 2 मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा को देखते हुये जनपद में पहुंचने वाले घोड़े-खच्चरों की लगातार चेकिंग की जा रही है और जनपद सीमा से घोड़े-खच्चरों को वापस भेजा जा रहा है। वर्तमान समय में जनपद के कुछ क्षेत्रों में घोड़े खच्चरों पर इक्वाइन इंफ्लेंजुआ का संक्रमण होना पाया गया है। यह इन पशुओं में होने वाली एक प्रकार की संक्रामक यानि तेजी से फैलने वाली श्वास सम्बन्धी बीमारी होती है। पुलिस स्तर से जनपद सीमाओं, बैरियर व ऐसे स्थल जहां से जनपद में पशुओं का सम्भावित आवागमन हो सकता है, प्रभावी चेकिंग कर जनपद सीमा मेे पशु पालन विभाग से समन्वय स्थापित कर बिना फिटनेस के पहुंच रहे घोड़ा-खच्चरों को वापस भेजा जा रहा है। साथ ही जनपद क्षेत्रान्तर्गत की सीमाओं में आ रहे घोड़ा-खच्चरों की मानीटरिंग सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी की जा रही है। फिर भी कुछेक पशु स्वामी पिकप वाहनों में अपने पशुओं को बिना फिटनेस के ला रहे हैं। जनपद पुलिस द्वारा इस प्रकार से बिना स्वास्थ्य परीक्षण कराये पशुओं को जनपद सीमा में प्रवेश कराने वाले कुल 5 वाहनों को सीज करते हुए इन पशुओं को वापस भिजवाया गया है। बिना फिटनेस के जनपद सीमा कोई भी घोड़े-खच्चरों को नहीं ला सकता है। स्वास्थ्य परीक्षण कराना व पशु चिकित्सक द्वारा फिटनेस प्रमाण पत्र दिया जाना आवश्यक है।
वाहन में बिना फिटनेस के ला रहे थे घोड़े-खच्चर
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