Latest news
प्रसिद्ध यूट्यूबर एवं कंटेंट क्रिएटर ने की सीएम धामी से मुलाकात डेंगू रोकथाम को माइक्रोप्लान पर काम करें अधिकारीः डॉ. धन सिंह रावत राज्यपाल ने उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में सफल छात्र-छात्राओं को दी बधाई कार खाई में गिरी, पांच लोगों की मौत एईएसएल देहरादून के यश महावर ने जेईई मेन्स में ऑल इंडिया रैंक 1633 हासिल की उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट घोषित, 10वीं में 90.77 और 12वीं में 83.23 प्रतिशत छात्र-छात्राएं हुए पास उत्तराखण्ड में स्थापित होगा फायर सर्विस का विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केन्द्रः सीएम धामी नया वक्फ कानून जनहित के लिए लाया गया ऐतिहासिक फैसलाः सीएम धामी ईगो छोड़ धारा 163 अन्तर्गत प्रदत्त निर्देशों के क्रियान्वयन व समन्वय में नजर आए मुझे सभी अधिकारीः डीए... राज्य सरकार विश्वविद्यालयों के विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्धः सीएम

[t4b-ticker]

Sunday, April 20, 2025
Homeउत्तराखण्डसचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में 62 % अभ्यर्थी रहे गैरहाजिर

सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में 62 % अभ्यर्थी रहे गैरहाजिर

देहरादून: पेपर लीक प्रकरण के महज 10 माहिने के बाद ही यूकेएसएसएससी ने सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा कराई, जिसमें 62 फीसदी अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। आयोग ने यह परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित की। सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण हुई।

रविवार को आयोग ने अल्मोड़ा, देहरादून, नैनीताल और पौड़ी में 62 केंद्रों पर सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे की पाली में किया। परीक्षा के लिए 25,806 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था| जिनमें से सभी केंद्रों पर कुल 9,939 यानी कुल 37.9 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हुए। परीक्षा से 15,867 (62.10 प्रतिशत) अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।

इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की गैरहाजिरी की वजह पूर्व में परीक्षा का पेपर लीक के अलावा इस बार की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को भी माना जा रहा है। हालांकि, आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया का कहना है कि परीक्षा पूरी तरह से पारदर्शिता, निष्पक्षता से हुई है। उन्होंने बताया कि सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण परीक्षा रही। कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।

मर्तोलिया ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर निष्पक्षता बनाए रखने के लिए बॉयोमीट्रिक हाजिरी ली गई। सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षा हुई। सभी केंद्रों में जैमर लगाए गए थे। पुलिस ने मेटल डिटेक्टर से सभी अभ्यर्थियों की जांच करने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया। पुलिस, प्रशासन और शिक्षा विभाग ने संयुक्त तौर पर परीक्षा कराने में जिम्मेदारी निभाई। आयोग अध्यक्ष के मुताबिक, अब आगामी सभी परीक्षाएं इसी पैटर्न पर की जाएंगी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments