Latest news
कार खाई में गिरी, पांच लोगों की मौत एईएसएल देहरादून के यश महावर ने जेईई मेन्स में ऑल इंडिया रैंक 1633 हासिल की उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट घोषित, 10वीं में 90.77 और 12वीं में 83.23 प्रतिशत छात्र-छात्राएं हुए पास उत्तराखण्ड में स्थापित होगा फायर सर्विस का विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केन्द्रः सीएम धामी नया वक्फ कानून जनहित के लिए लाया गया ऐतिहासिक फैसलाः सीएम धामी ईगो छोड़ धारा 163 अन्तर्गत प्रदत्त निर्देशों के क्रियान्वयन व समन्वय में नजर आए मुझे सभी अधिकारीः डीए... राज्य सरकार विश्वविद्यालयों के विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्धः सीएम मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारी तेज सनफॉक्स ने मैक्स हॉस्पिटल देहरादून में पहला मरीज अनुभव केंद्र शुरू किया उत्तराखंड के बारहनाजा मिलेट्स के उत्पादन को नए तौर-तरीकों से उत्पादित करने की सरकार की बड़ी पहलः जोशी

[t4b-ticker]

Saturday, April 19, 2025
Homeराष्ट्रीयनई राष्ट्रीय सहकारिता नीति से क्षेत्र में होंगे समग्र बदलाव: अमित शाह

नई राष्ट्रीय सहकारिता नीति से क्षेत्र में होंगे समग्र बदलाव: अमित शाह

देहरादून: गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज गुरुवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित राज्यों के सहकारिता मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित किया| इस दौरान उन्होंने नई राष्ट्रीय सहकारिता नीति पर बात करते हुए कहा कि इस नीति से इस क्षेत्र में समग्र बदलाव होंगे।

उन्होंने आगे कहा कि नई नीति का मसौदा तैयार करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई है। इसमें हर राज्य का प्रतिनिधित्व होगा। 

शाह ने कहा कि नई नीति का फोकस सहकारिता समितियों का मुफ्त पंजीयन, कम्प्यूटरीकरण, लोकतांत्रिक चुनाव, सक्रिय सदस्यता, नेतृत्व और पारदर्शिता में व्यावसायिकता, समिति पदाधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही सुनिश्चित करना होगा। इसे लेकर सहकारिता क्षेत्र के सभी हितधारकों के साथ चर्चा की जाएगी। 

शाह ने आगे कहा कि नई नीति सहकारी क्षेत्र में समग्र विकास लाएगी। 

गृह मंत्री ने कहा कि देश में अभी 65 हजार सक्रिय प्राथमिक कृषि साख संस्थाएं हैं। हमने अगले पांच साल में तीन लाख पीएसी गठित करने का लक्ष्य रखा है। 2.25 लाख नई समितियों के पंजीयन का लक्ष्य है।

उन्होंने राज्यों के सहकारिता मंत्रियों से उप-नियमों को जल्दी से अपनाने और इन समितियों को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम करने के निर्देश दिए।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments