रुद्रप्रयाग: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निरीक्षण में विश्व क्षय दिवस पर विभिन्न 48 स्थानों पर गोष्ठियों व टीबी स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षय रोग उन्मूलन के लिए निक्षय मित्रों को भी सम्मानित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एचसीएस मर्तोलिया के निर्देशन में जनपद में विश्व टीबी दिवस के तहत यस, वी केन एंड टीबी थीम पर अगस्त्यमुनि ब्लाक के अंतर्गत दशज्यूला कांडई क्षेत्र के अंतर्गत बिजराकोट, ऊखीमठ ब्लाक के अंतर्गत मक्कूमठ, जखोली ब्लाक के अंतर्गत जीआईसी बुढना व सभी 44 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में समुदाय स्तर पर क्षय उन्मूलन को लेकर जागरूकता कार्यक्रम किए गए।
टीबी के प्रति लोगों को किया जागरूक
इस दौरान बिजराकोट में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में क्षय रोग से प्रभावित होने वाले शारीरिक, सामाजिक व आर्थिक पहलुओं पर चर्चा की गई। डीपीसी मुकेश बगवाड़ी ने दो सप्ताह से अधिक खांसी बुखार आने पर संबंधित व्यक्ति से निकटवर्ती चिकित्सालय से संपर्क करने की अपील की। उन्होंने कहा कि टीबी का उपचार नियमित रूप से निर्धारित समय तक किया जाना जरूरी है। टीबी का इलाज कभी भी अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए, टीबी का इलाज बीच में छोड़ने पर टीबी का खतरनाक रूप ड्रग रेजिस्टेंस टीबी हो सकती है, नियमित उपचार से यह पूरी तरह ठीक हो जाती है।
बताया कि पंजीकृत टीबी रोगी को नियमिति रूप से दवाई खाने पर प्रत्येक माह पोषाहार भत्ता के रूप में उपचार अवधि तक पांच सौ रूपए दिया जाता है। साथ ही क्षय रोगी को दवा खिलाने वाले ट्रीटमेंट सपोर्टर को भी एक हजार एवं पांच हजार रूपए दिया जाता है।
इस अवसर पर क्षय रोग के उन्मूलन के लिए निक्षय मित्रों को सम्मानित किया गया व लोगों से निक्षय मित्र बनकर क्षय रोग उन्मूलन के खिलाफ लड़ाई में सहयोग की अपील की गई। प्रधान सुरेंद्र लाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य कुलदीप पूर्व प्रधान जयदल बिष्ट द्वारा ग्राम सभा को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लेते हुए क्षय उन्मूलन के सामुदायिक सहभागिता को बढाने पर जोर दिया। इस अवसर पर आयोजित हेल्थ कैंप में 57 लोगों की टीबी स्क्रीनिंग भी की गई। कार्यक्रम में डा0 वाजिद अली, जशोदा देवी, विजेंद्र गुसाईं, सतीश नौटियाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन विपिन सेमवाल ने किया।