Latest news
हिमालय और गंगा को बचाने के लिए संत समाज को आगे आना होगाः किशोर पुलिस की आंखों में धूल झोंककर दुष्कर्म का आरोपी मुकेश बोरा फरार 38 वें नेशनल गेम्स को लेकर मंत्री रेखा आर्य ने ली समीक्षा बैठक शहरी विकास और आवास विभाग में कनिष्ठ अभियंताओं की थी बड़ी कमीः अग्रवाल कनिष्ठ अभियंताओं की नियुक्ति होने से कार्यों में और तेजी आयेगीः महाराज सरकारी विभागों में भर्ती के मामले में रिकॉर्ड रच रही धामी सरकार मुख्यमंत्री की टेढ़ी नजर से खुल गयी उत्तराखण्ड की बंद सड़कें उत्तराखण्ड से जल्द खुलेगा कैलाश यात्रा का रास्ता राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में त्वरित होगा शिकायतों का निस्तारण गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे बड़े सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को किया जाएगा लोकार्पण
Friday, September 20, 2024
Homeउत्तराखण्डकैंची धाम के स्थापना दिवस पर उमड़ा आस्था का सैलाब

कैंची धाम के स्थापना दिवस पर उमड़ा आस्था का सैलाब

हल्द्वानी: कैंची धाम के 59वें स्थापना दिवस अवसर पर नीम करोली बाबा के दरबार में आस्था का सैलाब उमड़ा है। इस बार का कैंची मेला ऐतिहासिक होने जा रहा है। इसका अंदाजा कैंची मेले से एक दिन पहले बुधवार शाम पहुंचे बीस हजार से अधिक श्रद्धालुओं को देखकर लगाया जा सकता है। देश के कोने-कोने से पहुंचे श्रद्धालुओं ने रात भर हनुमान चालीसा का पाठ किया। साथ ही बाबा के जयकारों से कैंची धाम गूंज उठा।

गुरुवार सुबह दो बजे से मंदिर में भक्तों की कतार लगी हुई है। बाबा के जयकारों के साथ कैंची धाम गूंज उठा। कैंची धाम में सुबह 5 बजे पूजा अर्चना के बाद बाबा नीम करौली महाराज को भोग लगाने के बाद कैंची मंदिर के द्वार खोलने के साथ श्रद्धालुओं को मालपुओं का प्रसाद बांटना शुरू किया गया। सुबह 7.30 बजे तीन किमी दूर तक श्रद्धालुओं की कतार पहुंच गई।

श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देख पुलिस प्रशासन की टीम भीड़ को व्यवस्थित करने में जुटी रही। कुमाऊं आईजी नीलेश आनंद भरणे, एसएसपी पंकज भट्ट, एस पी सिटी हरबंश सिंह, मेला प्रभारी उमेश मलिक, कौश्या कटोली एसडीएम परितोष वर्मा, एसडीएम योगेश सिंह मेहरा सुबह 7 बजे से ही मंदिर में मेले को व्यवस्थित करने में लगे रहे।

साथ ही श्रद्धालुओं की कतार को व्यवस्थित करने के लिए वॉलिंटियर की टीम भी लगी रही। श्रद्वालु हनुमान चालीसा के पाठ के साथ बाबा के जयकारों के साथ बारी-बारी से मंदिर परिसर में प्रवेश करने के साथ बाबा के दर्शन के साथ प्रसाद लेकर पिछले द्वार से वापस लौटते रहे।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments