Latest news
पुलिस अधिकारियों के बंपर तबादले ”युवा महोत्सव” का रंगारंग आगाज, मुख्यमंत्री धामी संग खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया शुभारंभ रुड़की के माधोपुर गांव में दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष, 6 लोग घायल, दो की हालत गंभीर राज्य स्थापना दिवस पर बेरोजगारों का हल्ला बोल गौ को राष्ट्रमाता की प्रतिष्ठा दिलाने के लिए संत ग़ोपाल मणि महाराज निकले एक और ऐतिहासिक यात्रा पर अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी जोगदंडे ने लिया कमिशनिंग कार्यों का जायजा जी.आर.डी के पांच छात्रों को मिलेंगे उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में मेडल सेवानिवृत्त राजकीय पेंशनर्स संगठन की बैठक आयोजित युवा महोत्सव 9 से 14 नवंबर तक देहरादून स्थित परेड ग्राउंड में चलेगा उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर शिवसेना ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

[t4b-ticker]

Sunday, November 10, 2024
Homeउत्तराखण्डसीएम धामी ने पीएम स्वनिधि परिवार के साथ सुनी पीएम मोदी के...

सीएम धामी ने पीएम स्वनिधि परिवार के साथ सुनी पीएम मोदी के मन की बात

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सीएम आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में पी.एम. स्वनिधि परिवार के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मन की बात के 103 वें संस्करण को सुना। मन की बात सुनने के बाद सीएम ने स्वनिधि परिवार के लाभार्थियों के साथ संवाद भी किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की कुछ माताओं और बहनों ने जो पत्र उन्हें लिखे हैं, वो भावुक कर देने वाले हैं। उन्होंने अपने बेटे को, अपने भाई को, खूब सारा आशीर्वाद दिया है। उन्होंने लिखा है कि -‘उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी, कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर रहा ‘भोजपत्र’, उनकी आजीविका का साधन, बन सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उन्हें यह पत्र चमोली जिले की नीती-माणा घाटी की महिलाओं ने लिखा है। ये वो महिलाएं हैं, जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर में उन्हें भोजपत्र पर एक अनूठी कलाकृति भेंट की थी।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने के लिए लोगों को प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही उनकी ब्रांडिंग, पैकेजिंग और मार्केंटिंग की अच्छी व्यवस्थाओं के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण भी दे रही है। प्रधानमंत्री ने पिछले साल अक्टूबर में माणा से देशभर के श्रद्धालुओं से अपील की थी कि अपनी धार्मिक यात्रा का 5 प्रतिशत खर्चा स्थानीय उत्पादों पर जरूर करें। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों की आजीविका में तेजी से वृद्धि हो रही है और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिल रहा है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments