देहरादून। भाजपा के टिहरी लोकसभा सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कार्यकर्ताओं से आम चुनावों में शेष 180 दिनों को 51 फीसदी वोट के लक्ष्य प्राप्ति में लगाने का आह्वाहन किया है। उन्होंने राज्य की सभी 5 लोकसभा सीट रिकॉर्ड मतों के साथ जीतकर 300 से अधिक सीटों के साथ मोदी जी को लगातार तीसरी बार देश की बागडोर सौंपने में जुटने पर जोर दिया। सुभाष रोड स्थित एक निजी होटल में आज भाजपा टिहरी लोकसभा के मंडल अध्यक्ष एवं महामंत्रियों का यह सम्मेलन तीन सत्रों में आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र में दीप प्रज्वलन करने के उपरांत धर्मेंद्र प्रधान ने मार्गदर्शन देते हुए कहा, 2014 से लगातार देवभूमि की जनता का आशीर्वाद हमे 4 चुनावों में मिलता आया है और ये सब कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत का परिणाम है। लेकिन हम सबको ध्यान रखना है कि इस बार लोकसभा चुनाव की लड़ाई निर्णायक और देश की नई दिशा और ऊंचाई प्राप्त करने पर मुहर लगाने के लिए है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा, आम चुनावों के लिए लगभग 180 दिन शेष हैं। लिहाजा सबको अपना शत प्रतिशत समय और सहयोग पार्टी देना चाहिए ताकि 51 फीसदी के वोट लक्ष्य पूरा कर मोदी जी को लगातार तीसरी बार देश की बागडोर सौंपी जाए। उन्होंने कहा की यदि देश में कांग्रेस एवं अन्य पार्टियों के 60 वर्ष और एनडीए के 15 वर्ष की उपलब्धियों को देखें तो जमीन आसमान का अंतर है। जी 20 के अविस्मरणीय आयोजन को ही देखें तो आज दुनिया ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आर्थिक, सांस्कृतिक और नीतिगत शक्ति को स्वीकार किया है।
श्री प्रधान ने कांग्रेस की नकारत्मक राजनीति पर टिप्पणी करते हुए कहा, जिन लोगों ने अपने नाम के पीछे गांधी लगाकर शासन किया उन्होंने महात्मा गांधी के सम्मान के लिए क्या किया? लेकिन आज मोदी जी के नेतृत्व में जी 20 बैठक के दौरान दुनिया के शीर्ष देशों ने एक साथ राजघाट पर जाकर श्रद्धांजलि दी तो एक बार फिर उनके विचार और सिद्धांतों को ग्लोबल स्वीकृति मिली है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष आज संतान संस्कृति के अपमान की नीति पर कार्य कर रहा है और आने वाले दिनों में सद्भाव बिगड़ने और तनाव व भ्रम फैलाने की कोशिश भी करेंगे। लिहाजा हमे सतर्क रहते हुए बड़ी सजगता और कर्मठता से राष्ट्र को शक्तिशाली बनाने के पार्टी को मजबूत करना है।
बैठक के उपरांत मीडिया के सवालों का ज़बाब देते हुए श्री प्रधान ने कहा, भाजपा लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गया है । संगठन की सक्रियता और कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत के दम पर भाजपा आज दुनिया की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी बनी है । मोदी जी के नेतृत्व में आज देश का मॉडल ग्लीबल मॉडल बन गया है । जिसका उदाहरण है हालिया संपन्न ळ 20 बैठक में दुनिया के सभी शक्तिशाली देशों का भारत में हो रहे विकास एवं जनकल्याण के कार्यक्रमों को सराहा और उन्हें समझने की कोशिश करना। चाहे लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकलने की बात हो, चाहे वह गरीबों के सर पर छत दिलाने की बात हो, चाहे स्वच्छ जल की बात हो, चाहे महिलाओं को सशक्तिकरण की बात हो, चाहे भारत को विकसित देश बनाने की दिशा में ले जाने की बात हो।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने चंद्रयान, आदित्य एल 1 अभियान की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के वैज्ञानिकों को बधाई दी । उन्होंने बागेश्वर उपचुनाव को लेकर सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा, हमने वहां विगत चुनावों से अधिक मत प्राप्त किए है जो कुल मतों का 50 फीसदी से अधिक है। हमे और अधिक मेहनत करते हुए जीत के इस क्रम को आने वाले लोकसभा चुनावों और निकाय चुनावों तक कायम रखना है। बैठक के उपरांत मीडिया से बात करते हुए कहा, श्री धर्मेंद्र के मार्गदर्शन के अनुशार पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता अपना सर्वाेच्च समय और सर्वश्रेष्ठ योगदान देकर प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर कमल खिलाएगा। बैठक में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा की हम किसी को विधायक सांसद या मंत्री बनाने के लिए नहीं बल्कि देश की प्रगति एवं एक विचारधारा के साथ जुड़कर कार्य करते हैं। सम्मेलन के दूसरे सत्र में प्रदेश महामंत्री संगठन श्री अजेय कुमार ने टिहरी लोकसभा क्षेत्र के सभी मंडल अध्यक्ष और महामंत्रियों से पार्टी की गतिविधियों और सुझावों को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को बताया कि किस तरह हमें तमाम तकनीकी दिक्कतों से पार पाते हुए बूथ सत्यापन के काम को शीघ्र पूर्ण करना है। इसके उपरांत तीसरे सत्र में पार्टी के वर्तमान कार्यक्रमों एवम भावी कार्यक्रमों को विस्तार से जानकारी दी गई। जिसमे मेरी माटी मेरा देश, पीएम के जन्मदिन पर सेवा पखवाड़ा, बूथ सशक्तिकरण को लेकर रणनीतिक चर्चा प्रमुख रही। इस सम्मेलन से पूर्व प्रातः प्रदेश अध्यक्ष श्री भट्ट की अध्यक्षता में टिहरी सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह और क्षेत्र के सभी विधायकों के मध्य संगठनात्मक गतिविधियों एवम लोकसभा चुनावों की रणनीति को लेकर चर्चा हुई।
गांधी के नाम पर शासन करने वाली कांग्रेस ने उनके सम्मान के लिए कुछ नहीं किया
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