Latest news
मुख्यमंत्री की टेढ़ी नजर से खुल गयी उत्तराखण्ड की बंद सड़कें उत्तराखण्ड से जल्द खुलेगा कैलाश यात्रा का रास्ता राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में त्वरित होगा शिकायतों का निस्तारण गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे बड़े सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को किया जाएगा लोकार्पण ऊर्जा निगम मुख्यालय पर रीजनल पार्टी ने किया प्रदर्शन सभी पुराणों ने गौ को माता का सम्मान दियाः ग़ोपाल मणि महाराज स्पीकर ने विकास कार्यों को समय पर पूरा करने के दिए निर्देश खड़गे ने पत्र गलत पते पर भेजा, राहुल को समझाते तो पत्र लिखने की नौबत नहीं आतीः महेंद्र भट्ट मंत्री गणेश जोशी ने सैनिक मनीष थापा को श्रद्धांजलि अर्पित की उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार
Friday, September 20, 2024
Homeउत्तराखण्डयूसीसी को लेकर उत्तराखंड देश के लिए बनेगा नजीरः आशा नौटियाल

यूसीसी को लेकर उत्तराखंड देश के लिए बनेगा नजीरः आशा नौटियाल

देहरादून। उत्तराखंड राज्य पूरे देश के लिए एक नजीर पेश कर रहा है भाजपा सरकार समान नागरिक संहिता का कानून बना रही है। जो भाजपा सरकार की सामाजिक न्याय के प्रति कटिबद्धता को प्रदर्शित कर रहा है। भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का समान नागरिक संहिता के लिए आभार जताया है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य उच्च का कानून बनाकर एक मिसाल पेश कर रहा है ।उनका कहना है कि भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में समान नागरिक संहिता कानून बनाने का जिक्र किया था जिसको शत प्रतिशत पूरा किया जा रहा है। उनका कहना है कि भाजपा जो संकल्प लेती है उसे पूरा करती है। भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल  का कहना है कि यूसीसी का कानून पूरे देश के लिए एक मिसाल है एक नजीर है। उनका कहना है कि कानून बनने से सामाजिक न्याय में समानता आएगी।
आपको बता दे कि भाजपा ने यूसीसी के बिल के पास होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सम्मान करने का भी प्लान तैयार किया है। मंडल स्तर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सम्मान किया जाएगा साथ ही विधायकों का भी सम्मान किया जाएगा।
 भाजपा महिला मोर्चा  के प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल का कहना है कि सरकार ने सबसे पहले यूसीसी के लिए कमेटी का गठन किया । कमेटी ने तमाम राजनीतिक,गैर राजनीतिक संगठनों के साथ में विचार विमर्श किया कानून के जानकारों की राय ली उसी आधार पर अब एक मजबूत और  सशक्त कानून बन रहा है। यह कानून नारी सशक्तिकरण के लिए भी जाना जाएगा क्योंकि महिलाओं को उनका अधिकार मिल सके उसे दिशा में यह कानून  मील का पत्थर साबित होगा। आपको बता दें कि 8 फरवरी तक विधानसभा के विशेष सत्र का आयोजन किया जा रहा है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments