Latest news
टाइम्स हायर एजुकेशन इनॉगरल इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग रू कीट ने भारत में चौथा सर्वश्रेष्ठ और दुनि... एफआरआई में पांच दिवसीय अल्प अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सीएम ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी जनसुनवाई कार्यक्रम में डीएम ने सुनीं जनशिकायतें, 95 शिकायतें हुई दर्ज कॉलेज से पासआउट 50 चिकित्सकों का पीजी कोर्स के लिये हुआ चयन राज्यपाल ने दिल्ली में नवनिर्मित उत्तराखण्ड राज्य अतिथि गृह का भ्रमण किया आईपीएस दीपम सेठ बने उत्तराखंड के नए पुलिस महानिदेशक आरडीएसएस योजना के तहत आरटी-डीएएस प्रणाली से होगी रियल टाइम में सब स्टेशनों की निगरानी मंत्री सुबोध उनियाल ने मालसी में देहरादून जू मालसी का अवलोकन किया उपमन्यु चटर्जी की पुस्तक लोरेंजो सर्चेज फॉर द मीनिंग ऑफ लाइफ ने साहित्य के लिए 7वां जेसीबी पुरस्कार ...

[t4b-ticker]

Tuesday, November 26, 2024
Homeउत्तराखण्डकांग्रेस का आरोप, आंदोलनकारी पेंशन को लेकर,मदन कौशिक ने बोला सफेद...

कांग्रेस का आरोप, आंदोलनकारी पेंशन को लेकर,मदन कौशिक ने बोला सफेद झूठ

देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने बुधवार को कांग्रेस भवन में एक प्रेस वार्ता कर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर राज्य निर्माण आंदोलन कारी पेंशन को लेकर सफेद झूठ बोलने का आरोप लगाया है ।

धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि राज्य की 21वें स्थापना दिवस के अवसर पर के मदन कौशिक ने अपने बयान में कांग्रेस पर आंदोलनकारियों के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया थाअ, साथ ही यह भी कहा था कि भाजपा राज्य आन्दोलनकारियो  के प्रति प्रतिबद्ध थी, और भाजपा सरकार ने सबसे पहले सन् 2007 में आंदोलनकारियों के पेंशन की व्यवस्था की थी ।

धीरेंद्र प्रताप ने मदन कौशिक के दावे को सफेद झूठ बताते हुए कहा कि भाजपा ने नहीं स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी की सरकार ने सन 2005 में जब धीरेंद्र प्रताप स्वयं भी उनकी सरकार में राज्य मंत्री थे, और राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद के पहले कार्यकारी अध्यक्ष थे, तो उन्होंने एक सप्ताह जेल जाने वाले व घायल होने वाले लोगों को 5000 पेंशन दिए जाने की सरकारी व्यवस्था की थी ।उन्होंने मदन कौशिक के इस दावे को झूठ का पुलिंदा बताया और इस गलत बयानी के लिए राज्य की जनता से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की।

इस मौके पर धीरेंद्र प्रताप ने कल मुख्यमंत्री द्वारा राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन में मात्र 1400 की वृद्धि किए जाने को नाकाफी बताया और कहा कि यह पेंशन कम से कम 15000 प्रति माह होनी चाहिए थी, उन्होंने कहा 5000 पेंशन तो उन्होंने स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी की सरकार में सन 2005 में ही कर दी थी, अब जब 16 वर्ष गुजर गए और प्राइस इंडेक्स को अगर हम देखें तो देश में महंगाई को लेकर हाहाकार मचा हुआ है ऐसी स्थिति में मात्र 1400  और 1000 की वृद्धि को आंदोलनकारियों का अपमान नहीं तो और क्या है।

उन्होंने इस वृद्धि को ऊंट के मुंह में जीरा बताएं।उन्होंने इस मौके पर आंदोलनकारी चिन्हिकरण में कांग्रेस के राज में अखबारों की कतरनो के आधार पर हुए चिनहिकरण की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि जब राज्य के विभिन्न जनपदों में ना तो एलआईयू कोई प्रमाण दे पा रही और ना ही अन्य राजस्व से संबंधित संस्थाएं। तो ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह कांग्रेसी द्वारा निर्धारित मानकों को जारी रखें और तमाम जो बाकी बचे आंदोलनकारी जिनके पास अखबारों की कतरने धरोहर के रूप में है, और अभिलेखों के रूप में मौजूद है ।उनका चिन्हिकरण तत्काल हो जाना चाहिए।

इस मौके पर प्रेस वार्ता में धीरेंद्र प्रताप के अलावा पार्टी महासचिव नवीन जोशी राजेंद्र शाह पूर्व राज्य मंत्री मनीष कुमार राज्य आंदोलनकारी समिति के महिला शाखा की अध्यक्ष सावित्री नेगी सचिव नरेंद्र सोठियाल और  संयुक्त समिति के देहरादून जनपद के अध्यक्ष विशंभर बौठियाल मौजूद थे।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments