Latest news
सीएम की प्ररेणा से शहर के प्रमुखतम चौक चौराहे व घंटाघर आधुनिक परम्परागत सौन्दर्यीकरण की ओर इंडियन आर्मी सूर्य देवभूमि चैलेंज मिर्ची के सहयोग से अडवेंचर, कल्चर और एंड्योरेंस का एक भव्य संगम सा... ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद 30 अप्रैल को मनाएगी भगवान परशुराम जन्मोत्सव           पांच महीनों में 253 किसानों ने किया ढाई करोड़ का कारोबार ओल्ड इज गोल्ड नाइट में गूंजे रेट्रो बॉलीवुड के सदाबहार नगमे सोमवार को प्रदेशभर के विद्यालयों में मनाया जायेगा प्रवेशोत्सवः डॉ. धन सिंह रावत   एसजीआरआर स्कूल की प्रधानाचार्य निलंबित डेंगू नियंत्रण और जागरूकता के लिए स्कूलों को एडवाइजरी जारी करने के दिए निर्देश प्रसिद्ध यूट्यूबर एवं कंटेंट क्रिएटर ने की सीएम धामी से मुलाकात डेंगू रोकथाम को माइक्रोप्लान पर काम करें अधिकारीः डॉ. धन सिंह रावत

[t4b-ticker]

Monday, April 21, 2025
Homeउत्तराखण्डमुख्य सचिव ने दिए सभी वाहनों में कचरा बैग अनिवार्य रूप से...

मुख्य सचिव ने दिए सभी वाहनों में कचरा बैग अनिवार्य रूप से लगाने के निर्देश

देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य की प्राकृतिक स्वच्छता व सुन्दरता को बनाए रखने में सामूहिक जिम्मेदारी विशेषरूप से पर्यटकों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेन्सी व वाहन चालकों का उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने के दृष्टिगत मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उत्तराखण्ड आने वाले सभी वाहनों में डस्टबिन/कचरा बैग को अनिवार्यतः लगाने के नियम का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने इस सम्बन्ध में नियमित रूप से चैकिंग एव चालान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस सम्बन्ध में परिवहन विभाग द्वारा जारी आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। पूर्व में इस सम्बन्ध में परिवहन विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चण्डीगढ़, राजस्थान व मध्य प्रदेश के परिवहन आयुक्तों को भी पत्र लिखा गया। परिवहन विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार चारधाम यात्रा के दौरान स्वच्छता अभियान के तहत वाहन में बैठे यात्री सड़कों पर कचरा नही फेंक सकते तथा सभी वाहनों में डस्टबिन/कचरा बैग लगाना अनिवार्य है। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में प्रवेश करने वाले वाहनों को ट्रिप कार्ड जारी करते समय यह अवश्य सुनिश्चित कर लिया जाए कि प्रत्येक वाहन में डस्टबिन/कचरा बैग हो। आमजन को व्यापक स्तर पर इसकी जानकारी दी जानी चाहिए। उन्होंने इस सम्बन्ध में टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंसी व वाहन चालकों से भी संवाद व समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि पर्यटन प्रदेश होने के कारण राज्य की प्राकृतिक स्वच्छता बनाए रखना और पर्यावरण का संरक्षण उत्तराखण्ड के निवासियों के साथ ही हर वर्ष लाखों की संख्या में आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं का भी सामूहिक उत्तरदायित्व है। यह कार्य सामूहिक भागीदारी का है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments