Latest news
मुख्यमंत्री की टेढ़ी नजर से खुल गयी उत्तराखण्ड की बंद सड़कें उत्तराखण्ड से जल्द खुलेगा कैलाश यात्रा का रास्ता राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में त्वरित होगा शिकायतों का निस्तारण गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे बड़े सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को किया जाएगा लोकार्पण ऊर्जा निगम मुख्यालय पर रीजनल पार्टी ने किया प्रदर्शन सभी पुराणों ने गौ को माता का सम्मान दियाः ग़ोपाल मणि महाराज स्पीकर ने विकास कार्यों को समय पर पूरा करने के दिए निर्देश खड़गे ने पत्र गलत पते पर भेजा, राहुल को समझाते तो पत्र लिखने की नौबत नहीं आतीः महेंद्र भट्ट मंत्री गणेश जोशी ने सैनिक मनीष थापा को श्रद्धांजलि अर्पित की उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार
Friday, September 20, 2024
Homeउत्तराखण्डहंस फाउंडेशन पर प्राचीन मंदिर को क्षति पहुंचाने का आरोप, मंत्री ने...

हंस फाउंडेशन पर प्राचीन मंदिर को क्षति पहुंचाने का आरोप, मंत्री ने दिये जांच के निर्देश

देहरादून। प्रदेश के धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तरकाशी जनपद में विकासखण्ड मोरी के अन्तर्गत सोमेश्वर महादेव के प्राचीन मन्दिर को हंस फाउंडेशन के क्षति पहुंचाने की मंदिर समिति की शिकायत का संज्ञान लेते हुए धर्मस्व सचिव को पूरे मामले की जांच के निर्देशित दिये हैं।
प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तरकाशी जनपद में विकासखण्ड मोरी के अन्तर्गत सोमेश्वर महादेव के प्राचीन मन्दिर को हंस फाउंडेशन के क्षति पहुंचाने की मंदिर समिति की लिखित शिकायत का संज्ञान लेते हुए धर्मस्व सचिव को पूरे मामले की जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने धर्मस्व सचिव से कहा है कि जनभावनाओं के अनुरूप उक्त मन्दिर को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हुए प्राचीन मंदिर के संरक्षण हेतु सभी तरह के उपाय किए जाएं।
ज्ञात हो कि सोमेश्वर महादेव मंदिर समिति के उपाध्यक्ष जयवीर सिह रावत और सह सचिव राम लाल विश्वकर्मा सहित कई लोगों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज से लिखित शिकायत कर कहा है कि जनपद उत्तरकाशी के ब्लाक मोरी के ग्राम पचायत जखोल में स्थित पौराणिक सोमेश्वर महादेव मंदिर 22 गांवों की आस्था का केन्द्र है। मंदिर में वर्ष 1861 से धरोहर के रुप में बहुत ही सुन्दर मूर्ति बनी है। यह मंदिर पांडव काल के समय से ही यथावत है। शिकायती पत्र में बाकायदा हंस फाउंडेशन का नाम लेते हुए मंदिर को कुछ गैर कानूनी संस्थाओं ने नव निर्माण के नाम पर तोडे जाने की बात कहते हुए इसके संरक्षण की बात कही गई है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments