Latest news
प्रसिद्ध यूट्यूबर एवं कंटेंट क्रिएटर ने की सीएम धामी से मुलाकात डेंगू रोकथाम को माइक्रोप्लान पर काम करें अधिकारीः डॉ. धन सिंह रावत राज्यपाल ने उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में सफल छात्र-छात्राओं को दी बधाई कार खाई में गिरी, पांच लोगों की मौत एईएसएल देहरादून के यश महावर ने जेईई मेन्स में ऑल इंडिया रैंक 1633 हासिल की उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट घोषित, 10वीं में 90.77 और 12वीं में 83.23 प्रतिशत छात्र-छात्राएं हुए पास उत्तराखण्ड में स्थापित होगा फायर सर्विस का विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केन्द्रः सीएम धामी नया वक्फ कानून जनहित के लिए लाया गया ऐतिहासिक फैसलाः सीएम धामी ईगो छोड़ धारा 163 अन्तर्गत प्रदत्त निर्देशों के क्रियान्वयन व समन्वय में नजर आए मुझे सभी अधिकारीः डीए... राज्य सरकार विश्वविद्यालयों के विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्धः सीएम

[t4b-ticker]

Sunday, April 20, 2025
Homeउत्तराखण्डराज्य के कृषि क्षेत्र एवं ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर...

राज्य के कृषि क्षेत्र एवं ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर की चर्चा

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चैहान से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान राज्यपाल ने केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री से राज्य के कृषि क्षेत्र एवं ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में मौन पालन के क्षेत्र में काफी संभावना है। उत्तराखंड में मौन पालन के क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है। वर्तमान में हम 4 हजार टन तक शहद का उत्पादन कर सकते हैं। इसमें केंद्र सरकार से सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने कहा की हिमालय तथा हमारे वनों में विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियाँ, पुष्प इत्यादि पाये जाते हैं। उत्तराखण्ड में ‘‘अरोमा” क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में सहयोग हेतु निवेदन किया गया। राज्यपाल ने कृषि मंत्री से कहा की हमारे पर्वतीय अंचलों में जहाँ सिंचाई के साधन नहीं है ऐसे स्थानों में मोटे अनाज (मिलेट्स) की खेती किया जाना लाभप्रद होता है क्योंकि इनके उत्पादन के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है। अतः निवेदन किया गया कि केन्द्र सरकार इस हेतु विशेष सहायता प्रदान करे। यदि मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाता है तो राज्य की महिलाओं को इसका प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा। इससे एक ओर पलायन की समस्या को नियंत्रित किया जा सकेगा वहीं हमारी महिलाओं का सशक्तीकरण संभव होगा। इस दौरान कृषि मंत्री ने देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव के दृष्टिगत हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments