Latest news
टाइम्स हायर एजुकेशन इनॉगरल इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग रू कीट ने भारत में चौथा सर्वश्रेष्ठ और दुनि... एफआरआई में पांच दिवसीय अल्प अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सीएम ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी जनसुनवाई कार्यक्रम में डीएम ने सुनीं जनशिकायतें, 95 शिकायतें हुई दर्ज कॉलेज से पासआउट 50 चिकित्सकों का पीजी कोर्स के लिये हुआ चयन राज्यपाल ने दिल्ली में नवनिर्मित उत्तराखण्ड राज्य अतिथि गृह का भ्रमण किया आईपीएस दीपम सेठ बने उत्तराखंड के नए पुलिस महानिदेशक आरडीएसएस योजना के तहत आरटी-डीएएस प्रणाली से होगी रियल टाइम में सब स्टेशनों की निगरानी मंत्री सुबोध उनियाल ने मालसी में देहरादून जू मालसी का अवलोकन किया उपमन्यु चटर्जी की पुस्तक लोरेंजो सर्चेज फॉर द मीनिंग ऑफ लाइफ ने साहित्य के लिए 7वां जेसीबी पुरस्कार ...

[t4b-ticker]

Tuesday, November 26, 2024
Homeउत्तराखण्डराज्य के कृषि क्षेत्र एवं ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर...

राज्य के कृषि क्षेत्र एवं ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर की चर्चा

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चैहान से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान राज्यपाल ने केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री से राज्य के कृषि क्षेत्र एवं ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में मौन पालन के क्षेत्र में काफी संभावना है। उत्तराखंड में मौन पालन के क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है। वर्तमान में हम 4 हजार टन तक शहद का उत्पादन कर सकते हैं। इसमें केंद्र सरकार से सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने कहा की हिमालय तथा हमारे वनों में विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियाँ, पुष्प इत्यादि पाये जाते हैं। उत्तराखण्ड में ‘‘अरोमा” क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में सहयोग हेतु निवेदन किया गया। राज्यपाल ने कृषि मंत्री से कहा की हमारे पर्वतीय अंचलों में जहाँ सिंचाई के साधन नहीं है ऐसे स्थानों में मोटे अनाज (मिलेट्स) की खेती किया जाना लाभप्रद होता है क्योंकि इनके उत्पादन के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है। अतः निवेदन किया गया कि केन्द्र सरकार इस हेतु विशेष सहायता प्रदान करे। यदि मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाता है तो राज्य की महिलाओं को इसका प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा। इससे एक ओर पलायन की समस्या को नियंत्रित किया जा सकेगा वहीं हमारी महिलाओं का सशक्तीकरण संभव होगा। इस दौरान कृषि मंत्री ने देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव के दृष्टिगत हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments