देहरादून। मैक्स अस्पताल, देहरादून ने हाल ही में बुजुर्गों के लिए एक स्वास्थ्य सत्र आयोजित किया, जिसमें नई रोबोटिक सर्जरी तकनीक, खासतौर से माको सर्जिकल रोबोट के बारे में जानकारी दी गई। इस सत्र का मकसद बुजुर्गों को माको सर्जिकल रोबोट की उपयोगिता के बारे में जागरूक करना था। इस तकनीक की मदद से सर्जरी ज्यादा सटीक, सुरक्षित होती है, इसमें खून की कम हानि होती है, और मरीज तेजी से ठीक होते हैं।
अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि माको सर्जिकल रोबोट बुजुर्गों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है और ऑर्थाेपेडिक समस्याओं को आसानी से हल कर सकता है। इस कार्यक्रम में करीब 120 बुजुर्गों ने हिस्सा लिया। उन्होंने डॉक्टरों से न केवल ऑर्थाे सर्जरी में रोबोट का उपयोग जाना, बल्कि यह भी सीखा कि उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों और जोड़ों की देखभाल कैसे करनी चाहिए। मैक्स अस्पताल के ऑर्थाेपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के डायरेक्टर, डॉ. आशीष मित्तल ने बुजुर्गों के लिए हल्के व्यायामों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, तैराकी, योग और हल्की स्ट्रेचिंग जैसे कम दबाव वाले व्यायाम जोड़ों को मजबूत रखने और अकड़न को रोकने में मदद करते हैं। रोज 20-30 मिनट का हल्का व्यायाम करने से बुजुर्गों की गतिशीलता बढ़ती है और जोड़ों का दर्द कम होता है। डॉ. गौरव गुप्ता, डायरेक्टर, ऑर्थाेपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट ने बुजुर्गों के लिए सही पोषण की अहमियत पर बात की। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों को कैल्शियम, विटामिन डी, और मैग्नीशियम से भरपूर आहार लेना चाहिए। अगर आहार से पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते, तो सप्लीमेंट्स की भी जरूरत पड़ सकती है। इसके अलावा, स्वस्थ वजन बनाए रखना भी बेहद जरूरी है, ताकि जोड़ों पर अधिक दबाव न पड़े और दर्द से बचा जा सके। यह कार्यक्रम मैक्स अस्पताल की ओर से लोगों को नई चिकित्सा तकनीकों के बारे में जानकारी देने और उनके जीवन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
मैक्स अस्पताल देहरादून ने बुजुर्गों के लिए ऑर्थाे सर्जरी पर जागरूकता सत्र आयोजित किया
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