Latest news
उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट घोषित, 10वीं में 90.77 और 12वीं में 83.23 प्रतिशत छात्र-छात्राएं हुए पास उत्तराखण्ड में स्थापित होगा फायर सर्विस का विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केन्द्रः सीएम धामी नया वक्फ कानून जनहित के लिए लाया गया ऐतिहासिक फैसलाः सीएम धामी ईगो छोड़ धारा 163 अन्तर्गत प्रदत्त निर्देशों के क्रियान्वयन व समन्वय में नजर आए मुझे सभी अधिकारीः डीए... राज्य सरकार विश्वविद्यालयों के विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्धः सीएम मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारी तेज सनफॉक्स ने मैक्स हॉस्पिटल देहरादून में पहला मरीज अनुभव केंद्र शुरू किया उत्तराखंड के बारहनाजा मिलेट्स के उत्पादन को नए तौर-तरीकों से उत्पादित करने की सरकार की बड़ी पहलः जोशी श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति ने राज्यपाल से की भेंट देहरादून में डेंगू से एक की मौत, प्रदेशभर में 18 मामले आए सामने

[t4b-ticker]

Saturday, April 19, 2025
Homeराजनीतिदो जून को भाजपा में शामिल होंगे हार्दिक पटेल

दो जून को भाजपा में शामिल होंगे हार्दिक पटेल

देहरादून: गुजरात में कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल दो जून को भाजपा में शामिल होंगे। 18 मई को हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के साथ-साथ प्राथमिक सदस्य के रूप में इस्तीफा दिया था।

गुजरात में पाटीदार समुदाय से आने वाले हार्दिक पटेल दो जून को भाजपा पार्टी में शामिल होंगे। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद हार्दिक के भाजपा में जाने की अटकलें थीं।

हार्दिक ने बीते हफ्ते भाजपा की टिकट पर गुजरात विधानसभा का चुनाव लड़ने के संकेत भी दिए थे। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा था, ‘मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊंगा।’

कांग्रेस छोड़ने के बाद हार्दिक पटेल लगातार पार्टी पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक चिट्ठी लिखकर पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाए थे। हार्दिक ने कहा था कि कांग्रेस केवल केंद्र के विरोध की राजनीति तक ही सीमित रह गई है। इससे आगे उसके पास न कोई नीति है और न ही वो कुछ करना चाहती है।

हार्दिक ने आरोप लगाते हुए कहा था कि गुजरात के लोगों और उनके मुद्दों की पार्टी को कोई चिंता नहीं है। मुद्दों को कमजोर करने का काम खुद पार्टी के नेता ही कर रहे हैं।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments