Latest news
श्रमिकों के हितों की सुरक्षा करना उनकी सरकार की प्राथमिकताः सीएम धामी बेकाबू बस अनियंत्रित होकर क्लीनिक में घुसी, कई यात्री घायल कुट्टू के आटे की बिक्री पर धामी सरकार की सख्ती, बिना लाइसेंस नहीं बिकेगा कुट्टू का आटा, सील पैक में ... निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कार्यवाही को मुख्य शिक्षाधिकारी को सौंपा ज्ञापन उत्तराखण्ड जलापूर्ति कार्यक्रम से सम्बन्धित 12वीं उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक आयोजित बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की वर्चुअल बैठक आयोजित देहरादून-नैनीताल में विभिन्न विकास कार्यों के लिए 164.67 करोड़ मंजूर फिट उत्तराखण्ड अभियान के लिए 15 दिन के अन्दर पूरा एक्शन प्लान बनाया जायः सीएम मुख्यमंत्री धामी ने 20 महानुभावों को सौंपे दायित्व कुट्टू आटे खाने से लोग हो रहे बीमार, सतर्क रहें

[t4b-ticker]

Thursday, April 3, 2025
HomeUncategorizedउतराखंड की खूबसूरत वादियों में चार चांद लगा रहे सात रंग...

उतराखंड की खूबसूरत वादियों में चार चांद लगा रहे सात रंग के बुरांश के फूल

देहरादून: उतराखंड की खूबसूरत वादियों में सात रंग के बुरांश के फूल यहां की प्राकृतिक सुंदरता में चार चांद लगा रहे हैं। आमतौर पर यह केवल लाल रंग में ही मिलता है, लेकिन 7 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित मुनस्यारी में सात रंग के बुरांश खिलते हैं। वहीं केदारनाथ वन प्रभाग के तहत आने वाले भुलकुंड, चोपता और मोहन खाल के जंगलों में भी इन्हें पाया जाता है।

इनमें लाल रंग के अतिरिक्त, सुर्ख गुलाबी, हल्की गुलाबी, पीले, सफेद समेत सात अलग-अलग रंग के बुरांश दिख जाएंगे। जिसके चलते दूरदराज से आये प्रकृति, पर्यटन और पुष्प प्रेमी प्रकृति के इन नजारों का आनंद लेने आ रहे हैं। मुनस्यारी के खलिया, मर्तोली, बलाती, हरकोट के जंगलों में इन दिनों बुरांश के सात रंग के फूल खिले हैं।

हिमालयी क्षेत्रों में 1500 से 3600 मीटर की ऊंचाई पर मिलने वाला यह सदाबहार वृक्ष है। इसके फूल औषधीय गुणों से भरपूर माने जाते हैं। बुरांश के फूलों का इस्तेमाल औषधियों में भी किया जाता है। बुरांश के फूल की पंखुड़ियों को लिवर, किडनी रोग, खूनी दस्त आदि बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। हृदय रोगियों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments