Latest news
लोक निर्माण विभाग का सहायक अभियंता 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार मुख्य सचिव ने पूंजी निवेश 2024-25 के लिए राज्य की विशेष सहायता योजना की समीक्षा की उच्च शिक्षा में 108 असिस्टेंट प्रोफेसरों को मिलेगी शीघ्र तैनातीः डा. धन सिंह रावत राज्यपाल ने हिमाचल में बागवानी और आपदा प्रबंधन के प्रयासों की जानकारी ली टीएचडीसी में स्वच्छता ही सेवा का आयोजन हिमालय और गंगा को बचाने के लिए संत समाज को आगे आना होगाः किशोर पुलिस की आंखों में धूल झोंककर दुष्कर्म का आरोपी मुकेश बोरा फरार 38 वें नेशनल गेम्स को लेकर मंत्री रेखा आर्य ने ली समीक्षा बैठक शहरी विकास और आवास विभाग में कनिष्ठ अभियंताओं की थी बड़ी कमीः अग्रवाल कनिष्ठ अभियंताओं की नियुक्ति होने से कार्यों में और तेजी आयेगीः महाराज
Saturday, September 21, 2024
Homeउत्तराखण्डहरीश रावत ने सीएम धामी के लिए लिखा पोस्ट, शपथ ग्रहण समारोह...

हरीश रावत ने सीएम धामी के लिए लिखा पोस्ट, शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होने की बताई वजाह

देहरादून: पुष्कर सिंह धामी सरकार-टू के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस पार्टी का कोई नेता शामिल नहीं हुआ। जिस पर आम लोगों के बीच कांग्रेस पार्टी की आलोचना हो रही है। जिसके जवाब पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, “यदि ससम्मान बुलाया जाता तो वह निश्चित रूप से समारोह में शामिल होते, लेकिन सरकार की ओर से उनके प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखा गया”। उन्होंने फेसबुक पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को टैग करते हुए बधाई दी और पूरे शपथ ग्रहण समारोह को अपने मोबाइल फोन पर देखने का जिक्र भी किया।

अपनी सफाई पेश करते हुए हरीश रावत ने फेसबुक पर एक पोस्ट साझा कर लिखा, “मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस की अनुपस्थिति को लेकर टिप्पणियां हुई हैं, जो स्वाभाविक हैं। शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बनाने का हमारा कोई उद्देश्य नहीं था। जो निमंत्रण पत्र भेजा गया था, उसके साथ कार पार्किंग और बैठने का स्थान तक इंगित नहीं था। वह भी ऐसे समय में जब देश का शीर्षस्थ शासक वर्ग कार्यक्रम में उपस्थित था। ऐसे में यदि वह बिना पूर्व निर्धारित स्थान और बिना कार पार्किंग, प्रवेशद्वार पास इत्यादि के पहुंचते तो स्थिति असहज हो सकती थी। बहुत विचार करने के बाद कार्यक्रम में नहीं जाने का फैसला किया।”

हरीश रावत ने कहा कि पिछली बार ऐसा अवसर आया था तो वह गए थे। मंच पर उन्होंने, मुख्यमंत्री, मंत्रियों व भाजपा के नेताओं को बधाई भी दी थी। उनके साथ बैठे भी थे। मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह एक राज्य का महत्वपूर्ण अवसर होता है, उस अवसर पर विपक्ष के नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्रियों को सम्मानपूर्वक बुलाया जाना चाहिए। उनको वहां जाना भी चाहिए, राजनीतिक सौहार्द की यह आवश्यकता है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments