देहरादून। सिविल सर्विस इंस्टीट्यूट में सिविल सर्विस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित दो दिवसीय संजीवनी दिवाली फेस्ट रविवार को समापन हुआ। समापन दिवस के अवसर पर संस्था की अध्यक्ष डॉ. हरलीन कौर संधु ने कहा कि इस वर्ष मेला अन्य वर्षो से भी अधिक भव्य और दिव्य हुआ है। समाज सेवा और संस्कृति के संगम संजीवनी फेस्ट आने वाले समय में और बड़े स्तर पर हो इस पर भी संस्था द्वारा काम किया जाएगा। उन्होंने बताया फेस्ट का संचालन संजीवनी संस्थान के सभी सदस्यों द्वारा किया जाता है।
संजीवनी संस्था की सचिव रश्मि बर्द्धन ने कहा कि संजीवनी दिवाली फेस्ट में दूरस्थ एवं सीमांत जिलों से महिलाओं, उद्यमियों को बुलाया गया है। यह फेस्ट महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भर भारत, एवं आत्मनिर्भर गांव की परिकल्पना को पूर्ण करता है। स्थानीय लोगों के फेस्ट में प्रतिभाग करने से हर वर्ष मेला नई ऊंचाइयों को छूने का कार्य कर रहा है। संजीवनी संस्थान आने वाले समय में राज्य हित और समाज हित में ऐसे कार्य करते रहेगा। फेस्ट में लगे विभिन्न स्टॉल के संचालकों ने बताया कि संजीवनी संस्थान द्वारा उन्हें दिवाली से ठीक पहले अपने उत्पादों को बेचने हेतु एक मंच दिया जाता है। उन्होंने बताया फेस्ट के माध्यम से उनके उत्पादों को एक बाजार मिलता है, जहां से उनकी आमदनी में इजाफा होता है। फेस्ट में आए लोगों का उत्पादों के प्रति सकारात्मक रुख रहता है। उन्होंने बताया कि संजीवनी संस्थान के सदस्य द्वारा उत्पादों को बढ़ावा देने के मकसद से हर संभव मदद की जाती है।
अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष भी संजीवनी दिवाली फेस्ट आमजन के बीच आकर्षण का खासा केंद्र रहा। फेस्ट-2023 के अवसर पर उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों, संस्कृति एवं सभ्यता को प्राथमिकता देते हुए विभिन्न स्टालों के माध्यम से इन्हें प्रमुखता से दर्शाया गया था। फेस्ट में स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों को स्टालों के माध्यम से बेचा गया। जिसमे शॉल, मफलर, स्वेटर, पंखी, पूजा आसान, राजमा, पहाड़ी हाथ से बनी मोमबत्ती, मिट्टी के बर्तन, दिए, रिंगाल के उत्पादों , सजावट सामग्री, के साथ ही पहाड़ी फलों जैसे माल्टा, संतरा और बुराश के जूस, घरों में निर्मित अचार, आदि के विशेष उत्पादों को जगह दी गई है। संजीवनी दिवाली फेस्ट-2023 में श्री अन्न (मिलेट भोज) को बढ़ावा देने की मकसद से राज्य के विभिन्न मोटे अनाज से बने उत्पादों को विशेष महत्व दिया गया था। इस वर्ष मेले में स्थानीय लोगो ने भी बड़ चढ़कर के खरीदारी की। ’उल्लेखनीय है कि “संजीवनी” उत्तराखंड के सिविल सेवा अधिकारियों की पत्नियों द्वारा संचालित एक संस्था है। संस्था द्वारा समय समय पर उत्तराखण्ड राज्य के सामाजिक उत्थान की दिशा में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाते हैं। इसी क्रम में अन्य वर्षो के भांति इस वर्ष भी संजीवनी संस्था द्वारा संजीवनी दिवाली फेस्ट का आयोजित किया गया। इस दौरान फेस्ट में अनुराधा सुधांशु, अंशु पांडे, अरुणिमा सिन्हा, निर्मला सेमवाल, हरिका आर राजेश, रजनी तोमर, शालिनी शाह एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
दो दिवसीय संजीवनी दिवाली फेस्ट का हुआ समापन
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