Latest news
हिमालय और गंगा को बचाने के लिए संत समाज को आगे आना होगाः किशोर पुलिस की आंखों में धूल झोंककर दुष्कर्म का आरोपी मुकेश बोरा फरार 38 वें नेशनल गेम्स को लेकर मंत्री रेखा आर्य ने ली समीक्षा बैठक शहरी विकास और आवास विभाग में कनिष्ठ अभियंताओं की थी बड़ी कमीः अग्रवाल कनिष्ठ अभियंताओं की नियुक्ति होने से कार्यों में और तेजी आयेगीः महाराज सरकारी विभागों में भर्ती के मामले में रिकॉर्ड रच रही धामी सरकार मुख्यमंत्री की टेढ़ी नजर से खुल गयी उत्तराखण्ड की बंद सड़कें उत्तराखण्ड से जल्द खुलेगा कैलाश यात्रा का रास्ता राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में त्वरित होगा शिकायतों का निस्तारण गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे बड़े सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को किया जाएगा लोकार्पण
Friday, September 20, 2024
Homeउत्तराखण्डउत्तराखंड बनेगा शिक्षा नीति लागू करने वाला देश का पहला राज्य, सीएम...

उत्तराखंड बनेगा शिक्षा नीति लागू करने वाला देश का पहला राज्य, सीएम धामी करेंगे शुभारंभ

देहरादून: उत्तराखंड में आज मंगलवार से नई शिक्षा नीति लागू होने जा रही हैं। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि इस नीति के तहत कक्षाएं प्री प्राइमरी से शुरू होंगी। साथ ही शिक्षा मंत्री ने एससीईआरटी द्वारा इसकी पाठ्यक्रम तैयार किये जाने की जानकारी दी है।

बता दें, आज मुखियामंत्री पुष्कर सिंह धामी शिक्षा महानिदेशालय में बाल वाटिकाओं का उद्घाटन कर नई शिक्षा नीति (एनईपी) का शुभारंभ करेंगे। जिसके साथ ही उत्तराखंड एनईपी लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले चरण में प्राथमिक स्कूलों में चल रहे पांच हजार आंगनबाड़ी केन्द्रों में बाल वाटिकाओं का संचालन शुरू होगा। विकासखंड स्तर पर क्षेत्रीय विधायक एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों की मौजूदगी में चिह्नित आंगनबाड़ी केन्द्रों में बाल वाटिकाओं का शुभारंभ किया जाएगा। इसमें शिक्षाविद्, अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहेंगे।

उन्होंने बताया कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं शिक्षकों के लिए हस्तपुस्तिका, बच्चों के लिए स्वास्थ्य, संवाद और सृजन नाम की तीन अभ्यास पुस्तिकाएं तैयार की गई हैं।

मंत्री ने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 लागू किए जाने को लेकर विद्यालयी शिक्षा विभाग की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। बाल वाटिका कक्षाओं के शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के नव निर्मित भवन का लोकार्पण भी करेंगे। इसके साथ ही एससीईआरटी के भवन का शिलान्यास भी किया जाएगा।

धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश के प्राथमिक स्कूल परिसर में 4,447 आंगनबाड़ी केंद्र चल रहे हैं। इन केंद्रों में प्री प्राइमरी से कक्षाओं को शुरू कर छात्र-छात्राओं को कक्षा एक के लिए तैयार किया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से प्री प्राइमरी को बालवाटिका नाम दिया गया है। विभाग की ओर से इसके लिए अलग से पाठ्यक्रम तैयार किया गया है।

बता दें, उत्तराखंड में 20 हजार 67 आंगनबाड़ी केन्द्र मंजूर हैं। जिनमें से 20 हजार 17 आंगनबाड़ी केंद्र को संचालित किया जा रहा हैं। इन केंद्रों में 14555 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तैनात किये गये हैं। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों में 14249 सहायिकाएं एवं 4941 मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां नियुक्त हैं।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments