Latest news
मुख्यमंत्री की टेढ़ी नजर से खुल गयी उत्तराखण्ड की बंद सड़कें उत्तराखण्ड से जल्द खुलेगा कैलाश यात्रा का रास्ता राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में त्वरित होगा शिकायतों का निस्तारण गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे बड़े सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को किया जाएगा लोकार्पण ऊर्जा निगम मुख्यालय पर रीजनल पार्टी ने किया प्रदर्शन सभी पुराणों ने गौ को माता का सम्मान दियाः ग़ोपाल मणि महाराज स्पीकर ने विकास कार्यों को समय पर पूरा करने के दिए निर्देश खड़गे ने पत्र गलत पते पर भेजा, राहुल को समझाते तो पत्र लिखने की नौबत नहीं आतीः महेंद्र भट्ट मंत्री गणेश जोशी ने सैनिक मनीष थापा को श्रद्धांजलि अर्पित की उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार
Friday, September 20, 2024
Homeउत्तराखण्डसनातन के अपमान पर चुप्पी साध कर बैठे है कांग्रेस नेता

सनातन के अपमान पर चुप्पी साध कर बैठे है कांग्रेस नेता

देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत नाम का विरोध करने वाले ही भारत जोड़ो यात्रा की वर्षगांठ मना रहे हैं जो कि आश्चर्यजनक है।  साथ ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत नाम देने वाले उत्तराखंड के कांग्रेसी नेताओं को इस अपमान पर कोई अफसोस नहीं होता है।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने विभिन्न माध्यमों से पूछे गए मीडिया के सवालों का ज़बाब देते हुए कहा कि देश का भारत नाम सनातनी संस्कृति की देन है। ऐसे में कांग्रेस समेत विपक्ष के जिन तमाम नेताओं को इस नाम पर तकलीफ है उसमे असल आपत्ति सनातनी संस्कृति से है। डीएमके, प्रियांक खड़गे के बाद अब कर्नाटक के गृह मंत्री समेत बिहार राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के साथ प्.छ.क्.प्.।. गठबंधन के नेताओं में सनातन धर्म संस्कृति के अपमान की होड़ लगी हुई है। चूंकि भारत नाम इसी संस्कृति के ध्वजवाहक चक्रवर्ती सम्राट भारत की परंपरा को आगे बढ़ाता है और यही कारण है कि इस गठबंधन को भारत नाम से इतनी चिढ़ है।  
श्री भट्ट ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा वह राजनैतिक लाभ के लिए ही भारत नाम का उपयोग करती है। क्योंकि जब उन्हें फायदा उठाना हो तो भारत जोड़ो यात्रा निकलते हैं और अब उसकी वर्षगांठ भी मना रहे हैं। लेकिन देश को भारत कहे जाने पर उन्हे आपत्ति है । उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को अपने सहयोगियों द्वारा भारत नाम की सरेआम आलोचना आपत्तिजनक नही लगती है । जबकि इस नाम का ऐतिहासिक और पौराणिक जुड़ाव उत्तराखंड के कोटद्वार स्थित कण्व आश्रम से रहा है । लेकिन स्थानीय कांग्रेसियों की नजर में राज्य की संस्कृति, परंपराएं और पहचान कोई मायने नहीं रखती है। यही वजह है कि वे अपनी राजनैतिक मकसद के लिए भारत नाम से यात्रा तो निकलते हैं, लेकिन उस नाम का सम्मान नहीं करते हैं। इस समूचे घटनाक्रम से एक बार फिर कांग्रेस का दोहरा और अवसरवादी चेहरा सबके सामने आया है ।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments