Latest news
मुख्य सचिव ने केंद्रीय गृह मंत्री के मसूरी दौरे की तैयारियों को लेकर दिए व्यवस्थाएं पुख्ता करने के न... मुख्य सचिव ने सचिवालय में अधिकारियों व कर्मचारियों को दिलाई संविधान की शपथ सफाई व्यवस्था को केवल बिजनेस न समझे कंपनियां, लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा है यह विषयः डीएम राजभवन में मनाया गया संविधान दिवस प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत धौलास में 240 घरों का निर्माण कार्य प्रगति पर लैब में ड्रग, कास्मेटिक और मेडिकल डिवाइस की 2 हजार सैंपल की टेस्टिंग क्षमता; डॉ आर राजेश कुमार उत्तराखंड के देवव्रत पूरी गोस्वामी को भारत के प्रतिष्ठित इन्वेस्टीगेशन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित कि... टाइम्स हायर एजुकेशन इनॉगरल इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग रू कीट ने भारत में चौथा सर्वश्रेष्ठ और दुनि... एफआरआई में पांच दिवसीय अल्प अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सीएम ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी

[t4b-ticker]

Wednesday, November 27, 2024
Homeउत्तराखण्डझोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक पर छापेमारी से हड़कंप

झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक पर छापेमारी से हड़कंप

नैनीताल। रामनगर और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टर की बाढ़ सी आ गई है। वहीं उपचार के दौरान कई गरीब लोग इन झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से अपनी जान तक गंवा चुके हैं। प्रशासन द्वारा समय-समय पर झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। लेकिन जैसे ही मामला शांत होता है, फिर झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हो जाते हैं। रामनगर में स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी से झोलाछाप डॉक्टरों में खलबली मची हुई है।
रामनगर में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया है। कई झोलाछाप डॉक्टर अपने अवैध क्लीनिक बंद कर मौके से फरार हो गए। वहीं इस संबंध में जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी डॉक्टर प्रशांत कौशिक ने बताया कि रामनगर के मोहल्ला खताडी में एक क्लीनिक संचालित हो रहा था, जिसकी शिकायत जिलाधिकारी वंदना सिंह से की गई थी।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद एसडीएम रामनगर राहुल शाह द्वारा गठित टीम ने मौके पर जाकर देखा तो उक्त क्लीनिक संचालक कोई भी वैध प्रपत्र नहीं दिखा पाया तथा मौके पर भारी मात्रा में अंग्रेजी दवाइयां का भंडारण भी पाया गया था। डॉक्टर कौशिक ने बताया कि इस मामले में उक्त क्लीनिक को सील करने के साथ ही 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाने की भी कार्रवाई की गई है। उक्त क्लीनिक संचालक को अपने वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया है। अगर वह अपने दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाता तो उसके बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशांत कौशिक ने कहा कि उनकी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments