Latest news
टाइम्स हायर एजुकेशन इनॉगरल इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग रू कीट ने भारत में चौथा सर्वश्रेष्ठ और दुनि... एफआरआई में पांच दिवसीय अल्प अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सीएम ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी जनसुनवाई कार्यक्रम में डीएम ने सुनीं जनशिकायतें, 95 शिकायतें हुई दर्ज कॉलेज से पासआउट 50 चिकित्सकों का पीजी कोर्स के लिये हुआ चयन राज्यपाल ने दिल्ली में नवनिर्मित उत्तराखण्ड राज्य अतिथि गृह का भ्रमण किया आईपीएस दीपम सेठ बने उत्तराखंड के नए पुलिस महानिदेशक आरडीएसएस योजना के तहत आरटी-डीएएस प्रणाली से होगी रियल टाइम में सब स्टेशनों की निगरानी मंत्री सुबोध उनियाल ने मालसी में देहरादून जू मालसी का अवलोकन किया उपमन्यु चटर्जी की पुस्तक लोरेंजो सर्चेज फॉर द मीनिंग ऑफ लाइफ ने साहित्य के लिए 7वां जेसीबी पुरस्कार ...

[t4b-ticker]

Tuesday, November 26, 2024
Homeउत्तराखण्डचारों धामों में रील पर रोक सरकार का व्यावहारिक निर्णयःभट्ट

चारों धामों में रील पर रोक सरकार का व्यावहारिक निर्णयःभट्ट

देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि चारोंधामों के परिसर में रील बनाने पर रोक सरकार का सही और व्यावहारिक निर्णय है। उन्होंने यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने को राज्य की आर्थिकी के लिए सुनहरा अवसर बताया।
उन्होंने कहा कि यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए सबकी सहभागिता बेहद जरूरी है। कहा, सीएम पुष्कर सिंह धामी यात्रा व्यवस्थाओं की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वह ग्राउंड जीरो पर जाकर यात्रियों से फीड बैक ले रहे हैं। यह आमजन और श्रद्धालुओं में उत्साह भरने वाला कदम है।
उन्हांेने कहा कि साल-दर-साल तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या प्रदेश की आर्थिकी के लिए सुनहरा अवसर है।लिहाजा सरकार के साथ हम सभी सवा करोड़ देवभूमिवासियों का भी दायित्व है कि राज्य की मेहमाननवाजी की शानदार तस्वीर लेकर श्रद्धालु जाएं। इसके लिए सबसे जरूरी है कि सड़क, आवास, पानी, स्वास्थ्य, खानपान, संचार आदि की व्यवस्था दुरुस्त हो। उसके लिए धामों कीऐसा करने में तात्कालिक रूप से स्थानीय व्यावसायियों को कुछ नुकसान नजर आ सकता है। क्षमता के अनुसार ही लोगों को वहां पहुंचना भी जरूरी है।
लेकिन, धीरे-धीरे यात्रा आगे बढ़ने पर बड़े लाभ के रूप में उन्हें स्थायी रूप से प्राप्त होने वाला है। बिना पंजीकरण यात्रा की अनुमति न देने के फैसले का उन्होंने स्वागत किया। यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि अन्य लोगों की आस्था, परंपरा एवं रीति रिवाजों को चोट पहुंचाने वाला कोई कृत्य न करें।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments