Latest news
मुख्यमंत्री की टेढ़ी नजर से खुल गयी उत्तराखण्ड की बंद सड़कें उत्तराखण्ड से जल्द खुलेगा कैलाश यात्रा का रास्ता राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में त्वरित होगा शिकायतों का निस्तारण गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे बड़े सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को किया जाएगा लोकार्पण ऊर्जा निगम मुख्यालय पर रीजनल पार्टी ने किया प्रदर्शन सभी पुराणों ने गौ को माता का सम्मान दियाः ग़ोपाल मणि महाराज स्पीकर ने विकास कार्यों को समय पर पूरा करने के दिए निर्देश खड़गे ने पत्र गलत पते पर भेजा, राहुल को समझाते तो पत्र लिखने की नौबत नहीं आतीः महेंद्र भट्ट मंत्री गणेश जोशी ने सैनिक मनीष थापा को श्रद्धांजलि अर्पित की उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार
Friday, September 20, 2024
Homeउत्तराखण्डबाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने वेल्हम बॉयज स्कूल का निरीक्षण...

बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने वेल्हम बॉयज स्कूल का निरीक्षण किया

देहरादून। उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा वेल्हम बॉयज विद्यालय में तथाकथित घटनाक्रम के सन्दर्भ में आयोग द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। आयोग द्वारा स्कूल का निरीक्षण कर स्कूल से सम्बंधित मान्यता, पुलिस फायर, पोक्सो कमेटी, शिकायत प्रकोष्ठ, चाइल्ड हेल्पलाइन आदि विषयों के बारे में जानकारी ली गई।
आयोग की टीम में सदस्य विनोद कपरवाण के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। टीम में आयोग के अनुसचिव एस.के सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रेमलाल भारती, बाल मनो वैज्ञानिक निशात इकबाल, विशाल चाचरा, पुलिस विभाग से केएस राठी आदि उपस्थित थे। विद्यालय की ओर से प्रधानाचार्या संगीता केंन ने आयोग के प्रश्नों का जवाब दिया। आयोग ने विद्यालय के उक्त प्रकरण पर वार्ता की। प्रधानाचार्या द्वारा अपना पक्ष रखा गया, प्रधानाचार्या द्वारा उक्त उक्त घटना से सहमति से इंकार किया। शिकायतकर्ता शिलौंग के रहने वाले अधिकारी का बेटा है। शिकायतकर्ता द्वारा अपने पुत्र का शारीरिक शोषण से सम्बंधित शिकायत है। शिलौंग में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसे डालनवाला ठाणे में स्थानातरित किया। पुलिस जाँच कर रही है। आयोग द्वारा शिकायतकर्ता से संपर्क करने पर विस्तृत कार्यवाही की जाएगी। इस प्रकार की घटना पूरे प्रदेश में बढ़ती जा रही है। विगत 6 माह में इस प्रकार की घटना में वृद्धि हुई है। इसी सन्दर्भ में आयोग द्वारा इन घटनाओं पर अंकुश लगे, भारतीय संस्कृति, गुरुकुल पद्धति से शिक्षा, नैतिक शिक्षा को अपनाने की आवश्यकता है। आयोग द्वारा स्कूल को समस्त दस्तावेजों को अग्रिम तिथि को समस्त साक्ष्यों सहित आयोग में तलब किया गया है और इसी कर्म में जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी पत्र जारी किया गया है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments