Latest news
मिठाई की दुकानों में गंदगी का साम्रराज्य देख तीन के लाइसेंस निरस्त श्रीनगर में एलिवेटेड रोड़ निर्माण को केन्द्रीय मंत्री की हरी झंडी अगस्त्यमुनि महाविद्यालय को मिलेगी बेहतरीन कॉलेज की पहचानः अनिल बलूनी पुराने कुओं के जीर्णोंधार के लिए चलेगा विशेष अभियानः मुख्यमंत्री सरकार ने प्रदेश की बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत की कमी लाकर राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ने क... धामी ने अपने पिता की पुण्यतिथि पर किया सैनिकों का सम्मान राज्यपाल के समक्ष दिया शोध कार्य की प्रगति पर प्रस्तुतिकरण जनहित की योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्वित करने की जरूरतः कंडवाल हिमज्योति स्कूल में ग्रामीण बच्चों के बने आयुष्मान व आभा आईडी मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर ग्राउंड जीरो पर व्यवस्थाओं की जांच में जुटे अधिकारी

[t4b-ticker]

Friday, April 11, 2025
Homeराजनीतिउत्तराखंड: राहुल गांधी की रैली के दौरान भाजपा के एक मंत्री हो...

उत्तराखंड: राहुल गांधी की रैली के दौरान भाजपा के एक मंत्री हो सकते हैं कांग्रेस में शामिल

देहरादून: आगामी 16 दिसंबर को देहरादून में होने वाली राहुल गांधी की रैली के दौरान भजपा को बड़ा झटका लग सकता है। कांग्रेस पार्टी राज्य में बीजेपी सरकार के एक मंत्री को अपने पाले में लाकर भाजपा को करारा जवाब देने की तैयारी कर रही है। भाजपा के इस कद्दावर नेता के कांग्रेस में शामिल कराने को लेकर कई दौर की वार्ता होने की चर्चा भी है। कांग्रेस के प्रदेश संगठन से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व की उक्त भाजपा नेता से कई दौर की वार्ता हो चुकी है। कुछ बिन्दुओं पर अभी सहमति बननी बाकी है।

उत्तराखंड में अब तक कांग्रेस यशपाल आर्य को अमने खेमे में मिलाने के बाद फिर से भाजपा को झटका देकर आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बढ़त बनाना चाहती है। उसकी नजर भाजपा के एक कद्दावर नेता पर टिकी हुई है, जो कि वर्तमान में मंत्री भी हैं। समय समय पर हरीश रावत सार्वजनिक मंचों पर इस तरह की बात कह चुके हैं कि किसी के भी कांग्रेस में शामिल होने पर कोई आपत्ति नहीं है।

राहुल गांधी की देहरादून रैली को सफल बनाने के लिए पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश नेतृत्व ने पूरा दम लगा रखा है। और वह इस रैली के माध्यम से भाजपा से हर हाल में बढ़त बनाना चाहती है। चर्चा है कि भाजपा नेता को कांग्रेस में शामिल कराने की कसरत पिछले कई दिनों से चल रही है। कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है। लेकिन अंतिम फैसला अभी होना बाकी है। कांग्रेस इसमें सफल हो पाती है या नहीं यह आगामी 16 दिसंबर की रैली में ही पता चल सकेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments