Latest news
टाइम्स हायर एजुकेशन इनॉगरल इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग रू कीट ने भारत में चौथा सर्वश्रेष्ठ और दुनि... एफआरआई में पांच दिवसीय अल्प अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सीएम ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी जनसुनवाई कार्यक्रम में डीएम ने सुनीं जनशिकायतें, 95 शिकायतें हुई दर्ज कॉलेज से पासआउट 50 चिकित्सकों का पीजी कोर्स के लिये हुआ चयन राज्यपाल ने दिल्ली में नवनिर्मित उत्तराखण्ड राज्य अतिथि गृह का भ्रमण किया आईपीएस दीपम सेठ बने उत्तराखंड के नए पुलिस महानिदेशक आरडीएसएस योजना के तहत आरटी-डीएएस प्रणाली से होगी रियल टाइम में सब स्टेशनों की निगरानी मंत्री सुबोध उनियाल ने मालसी में देहरादून जू मालसी का अवलोकन किया उपमन्यु चटर्जी की पुस्तक लोरेंजो सर्चेज फॉर द मीनिंग ऑफ लाइफ ने साहित्य के लिए 7वां जेसीबी पुरस्कार ...

[t4b-ticker]

Tuesday, November 26, 2024
Homeउत्तराखण्डधर्म संसद में नफरती भाषण पर सुप्रीम कोर्ट का दखल, सरकार के...

धर्म संसद में नफरती भाषण पर सुप्रीम कोर्ट का दखल, सरकार के मुंह पर तमाचा: हरीश रावत

देहरादून: धर्म संसद में नफरती भाषण मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और उत्तराखंड सरकार को नोटिस जारी किया है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के दखल देने के बाद स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार इस पूरे मामले में नाकाम साबित हुई है। वहीं रावत ने सर्वोच्च न्यायालय के इस दखल को राज्य सरकार के मुंह पर करारा तमाचा बताया।

कहा कि किसी भी स्टेट में कानून व्यवस्था राज्य सरकार का विषय होता है। एफईआर या शिकायत दर्ज कराना एक नागरिक का अधिकार है लेकिन जब उस पर सुनवाई न हो, तो ऐसे मामलों में कोर्ट दखल देती हैं।

उन्होंने कहा कि इस मामले में भी यदि सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा है तो इसका मतलब है कि इसमें कुछ विशेष निकलकर सामने आया है। तभी कोर्ट ने इसे दखल के लायक समझा है। यह सीधे-सीधे राज्य सरकार के मुंह पर एक तमाचा है। इस पूरे मामले में राज्य सरकार बेनकाब हो गई है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments