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Wednesday, April 9, 2025
Homeउत्तराखण्डबच्चे हैं समाज के सूद, उचित पोषण इनका मौलिक अधिकारः डीएम

बच्चे हैं समाज के सूद, उचित पोषण इनका मौलिक अधिकारः डीएम

देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल ने सुदोवाला अवस्थित अक्षय पात्र रसोई का निरीक्षण कर, रसोई में खाना बनाए जाने की प्रक्रिया परखी। इस दौरान जिलाधिकारी ने पकाया जा रहे खाने को भी चखा, उन्होंने अक्षय पात्र रसोई के संचालकों को निर्देश दिए की खाना बच्चों के अनुकूल बनाएं ताकि बच्चे आसानी से खाना खा पाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने अक्षय पात्र रसोई में खाना बनाये जाने की प्रक्रिया देखी तथा सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने रसोई में इस्तेमाल किए जाने हेतु रखे अनाज भी देखा। उन्होंने निर्देशित किया कि स्कूलों में भेजे जाने वाले बर्तन साफ सुथरे तथा स्टील के हों यह सुनिश्चित कर लिया जाए।
ज्ञातव्य है कि अक्षय पात्र रसोई से आसपास के क्षेत्र में लगभग 350 स्कूलों में यहां का खाना बच्चों हेतु जाता है, अभिभावकों एवं शिक्षकों द्वारा खाना तीखा होने के कारण बच्चे खाना ठीक से नहीं खा पा रहे हैं, इसको लेकर कुछ शिकायतें प्राप्त हुई थी, जिसके क्रम में जिलाधिकारी द्वारा यहां का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखते हुए आवश्यक निर्देश अक्षय पात्र रसोई के संचालकों को दिए । जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चे समाज के सूद हैं पौष्टिक भोजन मिलना उनका मौलिक अधिकार है। जिलाधिकारी ने कहा संस्था अगली पेमेंट से पहले अभिभावकों एवं अध्यापकों से अपने भोजन की रेटिंग प्राप्त कर ले, उन्होंने संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किया की प्लास्टिक के सभी कंटेनर्स बदल दिए जाएं उनके स्थान पर स्टील के कंटेनर्स को शामिल करें। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी विकासनगर को रसोई के खाने की सैंपलिंग करने के भी निर्देश दिए, जिस पर जिलाधिकारी के समक्ष भोजन की सैंपलिंग की गई। डीएम ने एसडीएम विकासनगर को निर्देश दिए कि सभी 350 स्कूलों में अभिभावकों के साथ इस संस्था की संयुक्त संवाद कायम करवाएं। कहां सुझाव एवं अनुश्रवण का प्रथम हक बच्चों और उनके अभिभावकों का। डीएम बोले आपकी संस्था का उच्च नाम है, नाम के अनुरूप उच्च कोटि के कार्यों की संस्था से अपेक्षा है। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी रेनू राठौर सहित संबंधित अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे।

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